छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल महादेव सट्टा सिंडीकेट से 508 करोड़ रुपए एक्सट्रैक्शन मनी वसूली करने के आरोपी हैं विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने इसे चुनावी मुद्दा बनाया था बदले हुए में हालत में छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बन गई है तो ऐसे में सबसे बड़ा प्रश्न यह खड़ा होता है कि छत्तीसगढ़ में भाजपा शासन आने के बाद आखिर महादेव सट्टा पर पूरी तरह रोक क्यों नहीं लगाई जा सकी छत्तीसगढ़ के युवाओं बर्बादी के रास्ते पर ले जाने वाले इस काले कारोबार की एकदम नई हकीकत हम देने जा रहे हैं ।
बदले में हालत में हकीकत यह है कि महादेव सट्टा ऐप से जुड़े लोगों को पुलिस पकड़ने की कोशिश में लगी हैं। ED और EOW भी कार्रवाई कर रहे हैं। बावजूद इसके सट़्टा जारी है। महादेव सट्टा के द्वारा अब नंबर से नहीं, बल्कि ऑनलाइन लिंक के जरिए ID जनरेट कर पैनल दिया जा रहा है। पैनल खरीदने वाले भी ग्राहकों की इसी तरह ID बना रहे हैं।
काम का पैटर्न बदलने के साथ ही सिंडिकेट के सटोरियों ने ऐप का नाम भी बदल दिया है। अब महादेव ऐप की जगह Cricplus+ ऐप चल रहा है। इस ऐप में सिंडिकेट के सदस्य सट्टा और जुआ खेलने वालों से दांव लगवा रहे हैं।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि महादेव सट्टा सिंडिकेट ने सट्टे के संचालन के लिए दुबई में भारत से 4000 कर्मचारी बुलाए हैं और इनके लिए अनेक विला किराये पर ली गई है।
छत्तीसगढ़ की आर्थिक अपराध शाखा को जांच में पता चला कि महादेव ऐप के प्रोपराइटर सौरभ चंद्रकार, शुभम सोनी और रवि उप्पल ने काम का पैटर्न बदला है। पूरा काम ऑटोमेशन मोड में चल रहा है। वहीं सट्टे से हो रही कमाई अब बॉलीवुड में इन्वेस्ट करने के साथ ही प्रमोटर हॉन्गकॉन्ग में भी अपनी पैठ बना रहे हैं।
EOW के अधिकारियों ने चार्जशीट में कोर्ट को बताया- विवेचना के दौरान पता चला है कि, सिंडिकेट के टॉप- 1 पोस्ट पर बैठे आरोपी चंद्राकर ने महादेव ऐप के माध्यम से कमाई हुई रकम से दुबई में एक विला खरीदा है। इस विला का इस्तेमाल वो एड्रेस प्रूफ के रूप में करता है।
इसके अलावा ऐप के जरिए कमाए गए पैसे को ठिकाने लगाने के लिए उसने उन पैसों को क्रिप्टो मार्केट में लगाया है। कुछ पैसों को हॉन्गकॉन्ग में भी निवेश किया है।
सिंडिकेट के सदस्यों को महादेव ऐप का पैनल ऑपरेट करने में परेशानी ना हो, इसलिए भारत से 4000 से ज्यादा कर्मचारी बुलाए हैं। इन लोगों को दुबई में रहने की परेशानी ना हो, इसलिए मास्टरमाइंड सौरभ चंद्राकर ने किराए के विला का इंतजाम किया है। सौरभ चंद्राकर और सिंडिकेट के सदस्यों ने दुबई में 30 से 35 विला किराए पर ले रखे हैं। हर विला में 100-120 लोग रहते हैं। ये लोग महादेव बुक के चेकर्स का काम करते हैं।
EOW की जांच के बारे में राष्ट्रबोध को पता चला है कि सिंडिकेट ने महादेव ऐप का दायरा बढ़ाने के लिए स्पोर्ट्स बज़ इवेंट मैनेजमेंट एलएलसी कंपनी खोली थी। इस कंपनी का डायरेक्टर सिंडिकेट की सहमति पर नीतिश दीवान को बनाया गया था।
कंपनी ने IIFA यानी इंटरनेशनल इंडियन फिल्म अवॉर्ड-2022 आबुधाबी को स्पॉन्सर किया था। इस अवॉर्ड फंक्शन में बॉलीवुड सितारों की धूम रही थी। सलमान खान, अनन्या पांडे, सारा अली खान से लेकर बॉलीवुड के कई सितारों ने परफॉर्मेंस दी था।
महादेव सट्टा ऐप सिंडिकेट के सदस्यों पर छत्तीसगढ़ पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। इस कार्रवाई के बाद आज भी सिंडिकेट के सदस्य लोकल सटोरियों के माध्यम से सट्टा का संचालन कर रहे है। प्रदेश से हर दिन लाखों करोड़ों का दांव लग रहा है।
इन पैसों का ट्रांसफर करने के लिए आरोपी अनजान लोगों का बैंक अकाउंट किराए पर ले रहे है और उनके खातों से ट्रांजेक्शन कर रहे है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, रायपुर के कटोरा तालाब, महावीर नगर, नेताजी चौक, पंडरी, तिल्दा सहित जशपुर, भिलाई, बिलासपुर, अंबिकापुर में सट्टा पैनल संचालित होने की जानकारी मिली है। इस दिशा में भी काम किया जा रहा है।