नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआईटी) रायपुर ने 24 साल का रिकॉर्ड तोड़ा है। सत्र 2024-25 में प्रवेश के दौरान 1630 विदेशी छात्रों ने रजिस्ट्रेशन किया, जो बीते सालों की संख्या में सबसे अधिक है। इनमें से करीब 1419 स्टूडेंट्स को सीट अलॉट हुई है।
एनआईटी रायपुर में दासा के कार्डिनेटर सत्यप्रकाश साहू ने बताया कि इस साल कटऑफ बढ़ाया गया था। बारहवीं में 75 परसेंट वाले छात्र ही प्रवेश के लिए आवेदन कर सकते थे। पिछले दो सालों से बारहवीं का कटऑफ 60 परसेंट था। इसके बावजूद संख्या बढ़ी है। पिछले साल की तुलना में 18 परसेंट छात्र ज्यादा हैं।
2023 में इस प्रक्रिया की जिम्मेदारी एनआईटी वारंगल को दी गई थी। इस वर्ष 1191 छात्रों को सीट अलॉट हुई थी। इस वर्ष संख्या में 43 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी। इसी तरह 2022 में एनआईटी कालिकट ने 988 में से 833 छात्रों को सीटें अलॉट की थी। साल दर साल विदेशी छात्र आकर्षित हो रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि भारतीय टेक्नोलॉजी काफी एडवांस हो रही है। विदेशी कंपनियां भी यहां से पढ़े छात्रों को प्राथमिकता के आधार पर हायर कर रही हैं।
देश के 66 बड़े संस्थानों में विदेशी स्टूडेंट्स के एडमिशन की जिम्मेदारी मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन ने इस बार एनआईटी रायपुर को दी है। इनका प्रवेश एडमिशन ऑफ स्टूडेंट्स अब्रॉड (दासा) से होता है। दासा से फॉरेन स्टूडेंट्स, एनआरआई और ओवरसीज सिटीजनशिप ऑफ इंडिया को प्रवेश दिया जाता है। दासा से काउंसिलिंग 2001 में शुरू हुई थी।
इस बार यूजी काउंसिलिंग में 32 एनआईटी, 11 ट्रिपलआईटी, 3 स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर (एसपीए) और 20 अन्य संस्थान शामिल हैं। प्रदेश के एनआईटी में फॉरेन स्टूडेंट्स के लिए 28 सीटें हैं। देशभर में 4709 सीटें हैं। इसी तरह पीजी में भी 1725 सीट विदेशी छात्रों के लिए हैं। एनआईटी रायपुर के 9 ब्रांच में एक-एक सीट हैं।
एनआईटी कालिकट व त्रिची को प्राथमिकता
रायपुर एनआईटी समेत देश के 66 संस्थान दासा में शामिल हैं। लेकिन छात्र एनआईटी को प्राथमिक्ता देते हैं। इनकी सीटें पहले फुल होती हैं। सबसे अधिक सीटें कालिकट और त्रिची की भरी हैं। आंकड़ों के मुताबिक, एनआईटी त्रिची की करीब 90, सूरतकल की 68, वारंगल की 89, कालिकट की 97, डीटीयू की 58, इलाहाबाद की 78, राउरकेला की 45, सूरत की 60, नागपुर की 25 और एनएसयूटी दिल्ली की 47 सीटें अलॉट हुई हैं।
1419 में से 693 छात्र एनआरआई
इस बार दासा काउंसिलिंग में कुल 1630 आवेदन आए हैं। इनमें से 693 छात्र नॉन रेसिडेंट इंडिया (एनआरआई) हैं। जानकारों ने बताया कि इस साल मुख्य तौर पर यूएई, बहरीन, ईरान, इराक, कतर, साउदी और अरब जैसे देश से ज्यादा स्टूडेंट्स ने फॉर्म भरे हैं। इसके अलावा सार्क कंट्री जैसे भुटान, नेपाल के भी छात्र शामिल हैं। पहली बार कुछ आवेदन युनाइटेड स्टेट्स अॉफ अमेरिका, अॉस्ट्रेलिया, जर्मनी जैसे देशों से भी आए हैं।