दुर्ग जिला मुख्यालय में ओम परिसर में 2 दिन पहले 2 युवकों पर जानलेवा हमला करने वाले 11 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने मंगलवार को सभी को घटना स्थल ले जाकर उनका जुलूस निकाला। मामला मोहन नगर थाना अंतर्गत आर्यनगर क्षेत्र का है। बताया जा रहा है कि जुलूस के दौरान आरोपियों के परिजनों ने पहुंचकर पुलिस और RSS के खिलाफ नारेबाजी करना शुरू कर दिया। बाद में पुलिस ने बड़ी मुश्किल से माहौल को शांत कराया।
आर्यनगर क्षेत्र में बीते रविवार 4 अगस्त की रात RSS कार्यालय के पास विश्व हिन्दू परिषद् के कार्यकर्ता अंजय ताम्रकार और उसका साथी समर्थ ताम्रकार खड़े थे। इसी दौरान कुछ लोग वहां पहुंचे और बाइक हटाने की बात को लेकर अंजय और उसके साथी से झगड़ा कर जमकर मारपीट की।
अंजय ताम्रकार (32 वर्ष) मोहन नगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि वह 4 अगस्त की रात 8 बजे अपने घर से अपने एक्टिवा में दोस्त सामर्थ ताम्रकार धमधा निवासी के साथ घूमने निकला था। वे लाइफ केयर के सामने ओम परिसर दुर्ग के पास पहुंचे थे।
इस दौरान गली के पास रास्ते में अपने मोटर साइकिल को खड़ा कर रास्ता रोक कर विक्की, मुनेश्वर अपने अन्य दो महिला मित्र के साथ खड़े थे। उनसे बाइक हटाने को कहा तो वो लोग उससे गाली गलौज करने लगे। अंजय ने विरोध किया तो विक्की, मुनेश्वर ने उन पर हमला कर दिया।
साथी को दौड़ा दौड़ाकर बुरी तरह पीटा
उन लोगों ने अपने और साथियों को बुला लिया। इसके बाद आरोपी पक्ष ने अंजय और उसके साथी को दौड़ा दौड़ाकर बुरी तरह पीटा। दोनों को जान बचाकर लाइफ केयर अस्पताल की ओर भागना पड़ा। उनके भागने के बाद भी आरोपी नहीं माने और उनका पीछा करते आर्यनगर स्थित गायत्री हॉस्पिटल पहुंचे और वहां भी जमकर तोड़फोड़ की।
विहिप कार्यकर्ताओं ने किया थाने का घेराव
जब घटना की जानकारी विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं को हुई तो वो लोग बड़ी संख्या में मोहन नगर थाने पहुंच गए। विश्व हिन्दू परिषद्, आरएसएस व बजरंग दल के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने रविवार रात मोहन नगर थाने का घेराव कर दिया।
कार्यकर्ताओं ने आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर थाने में जमकर नारेबाजी की। ममला इतना बढ़ गया कि उसे शांत कराने के लिए खुद एसपी दुर्ग जितेन्द्र शुक्ला और सीएसपी चिराग जैन को मोहननगर थाने पहुंचना पड़ा। मोहन पुलिस ने आनन-फानन में मामले में 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
जुलूस के दौरान परिजनों ने किया हंगामा
मोहन नगर टीआई मोनिका पाण्डेय मंगलवार दोपहर सभी आरोपियों को लेकर ओम परिसर पहुंची। वहां उन्होंने सभी आरोपियों का सड़क में जुलूस निकाला। इसी दौरान सभी 11 आरोपियों के परिजन और समर्थक पहुंच गए।
उन्होंने जुलूस के बीच में ही पुलिस प्रशासन और आरएसएस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन वह लगातार नारेबाजी करते रहे। इसके बाद मोनिका पांडेय सभी आरोपियों को लेकर थाने लौटीं, तब जाकर मामला शांत हुआ।