रायपुर से प्रयागराज सहित अन्य शहरों के लिए फ्लाइट : एयरपोर्ट रनवे की लंबाई बढ़ी, हैवी एयरक्रॉफ्ट भी भरेंगे उड़ान; सस्ते हो सकते हैं टिकट…!!

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रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट में रनवे की लंबाई करीब एक किमी बढ़ा दी गई है। इसके बाद अब बड़े और हैवी एयरक्राफ्ट कम लोड पेनल्टी के साथ उड़ान भर सकेंगे। इसका बड़ा फायदा विमान कंपनियों के साथ ही यात्रियों को भी हो सकता है। फिलहाल रनवे की बढ़ी हुई अतिरिक्त लंबाई में मार्किंग काम जारी है। एयरपोर्ट अधिकारियों के मुताबिक, 8 अगस्त यानी कल से रनवे का उपयोग शुरू हो जाएगा। रनवे की लंबाई इसके बाद 3251 मीटर हो गई है। वहीं अन्य शहरों के लिए भी रायपुर से नई उड़ाने शुरू हो रही हैं।

पहले लोड पेनाल्टी का मतलब जानिए

किसी भी एयरक्राफ्ट को रनवे की लंबाई के हिसाब से यात्रियों और सामानों का वजन तय करना होता है। अगर किसी एयरपोर्ट का रनवे छोटा होता है तो प्लेन की क्षमता से 10 से 40 प्रतिशत तक वजन कम करना होता है। इसके लिए यात्रियों की संख्या में कटौती और कार्गो में कमी करनी होती है। इसे ही लोड पेनाल्टी (भार दंड) कहते हैं।

लोड पेनाल्टी की वजह से विमान कंपनियों को नुकसान उठाना पड़ता है। वहीं सीटें खाली देखकर यात्रियों को संदेह होता है कि टिकट की कीमत इसीलिए बढ़ाई गई होंगी। अब रनवे की लंबाई बढ़ने से विमान कंपनियां ज्यादा यात्रियों को बैठा सकेंगी, ऐसे में टिकट की दरों को कम किया जा सकता है।

एयरलाइंस के लिए सुरक्षा पहली प्राथमिकता है। हर उड़ान से पहले, फ्लाइट में यात्रा करने वाले यात्रियों और उनके कार्गो की व्यवस्था की जाती है। इस मामले में, एक निश्चित एयरपोर्ट पर एक निश्चित फ्लाइट पर कितना लोड ले जाया जा सकता है, यह एयरलाइन स्टाफ द्वारा निर्धारित और जांचा जाता है।

नियामक संस्था से मंजूरी लेने के बाद जहाज के लोड के प्रबंधन के लिए कुछ सीटें खाली रखी जाती हैं। सीटों को यात्रियों से भरने से पहले एयरलाइन स्टाफ लोड मैनेजमेंट के लिए व्यापक तैयारी करता है। यात्रियों के वजन और सामान के अनुपात को समायोजित करके टेक ऑफ और लैंडिंग की व्यवस्था की जाती है।

गर्मियों में ज्यादा दिक्कतें

अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक, रायपुर एयरपोर्ट में एयरबस 320, 321, बोइंग 737 जैसे बड़े प्लेनों की आवाजाही होती है। इन विमान में यात्रियों की क्षमता करीब 185 होती है। लेकिन गर्मी के दिनों में तापमान अधिक होने की वजह से छोटे रनवे में विमान पूरी क्षमता के साथ नहीं उड़ पाते। इससे कुछ प्रतिशत सीटें खाली रखनी होती है।

3 बार में बढ़ी लंबाई

रायपुर एयरपोर्ट में पहले रनवे की लंबाई 1955 मीटर थी। जिसे 2010 में बढ़कर 2286 मीटर किया गया। इसके बाद पांच चरणों की टेस्टिंग और सुरक्षा की जांच के बाद अभी फिर एक बार बढ़ाकर 3251 मीटर कर दिया गया है। रनवे के इस विस्तार को डायरेक्टरोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) और ब्यूरो ऑफ़ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (BCAS) की हरी झंडी मिल गई है।

हवाई यात्रियों को भी होगा फायदा

देश भर के कई एयरपोर्ट जम्मू, देहरादून में लोड पेनल्टी कम होने से विमान कंपनियों को फायदा हुआ। प्लेन की क्षमता में बढ़ोतरी होने से उसमें सवार यात्रियों के टिकट दामों में कमी हुई है। साथ ही सामानों के ट्रांसपोर्ट में लगने वाला चार्ज भी घटा है। जिससे आने-जाने में हवाई मार्ग का उपयोग करने वाले यात्रियों की संख्या भी बढ़ी है।

प्रयागराज के लिए 16 अगस्त से फिर उड़ान

रायपुर के ट्रैवल एजेंट कीर्ति व्यास ने बताया कि इंडिगो रायपुर से प्रयागराज के लिए 16 अगस्त से नई फ्लाइट शुरू की है। जिसकी बुकिंग भी चालू हो चुकी है। इसके टिकट 4500 से 5000 हजार रुपए के आसपास है। इसके अलावा नवंबर-दिसंबर में रायपुर से जयपुर के लिए भी फ्लाइट शुरू होने की संभावना है। कीर्ति ने बताया कि कुछ महीनों में रायपुर से दिल्ली और मुंबई की फ्लाइट में बिजनेस क्लास की सुविधाएं भी मिल सकती हैं।

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