बिलासपुर जिले में मंगलवार रात तेज बारिश के चलते नहर टूटने से किसानों का 500 एकड़ फसल बर्बाद हो गया है। जिससे परेशान किसानों ने मुआवजे की मांग की है। बारिश के चलते नदी-नाले और डैम उफान पर हैं। पुलिस प्रशासन ने डैम के आसपास पर्यटकों को सावधानी बरतने की अपील की है। मौसम विभाग ने गुरुवार को भी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। दरअसल, जिले में पिछले कुछ सालों की अपेक्षा इस बार अच्छी बारिश हो रही है। रविवार और सोमवार को मानसून ब्रेक होने के बाद मंगलवार से मानसून का सिस्टम बदल गया। द्रोणिका के असर से मंगलवार की शाम से शुरू हुई बारिश रुक-रुक कर होती रही।
देर रात झमाझम बारिश का दौर शुरू हुआ, जो बुधवार सुबह से लेकर दोपहर तक चला। पिछले 24 घंटे में 2.5 ईंच वर्षा दर्ज की गई। वहीं, अगस्त के सात दिनों में अब तक 129.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।
अफसरों की लापरवाही, 500 एकड़ फसल बर्बाद
कोटा तहसील के अरपा भैंसाझार डैम के नहर में अचानक पानी का बहाव आ गया। जिसके चलते नहर टूट गया। इससे कोटा क्षेत्र के भरारी में किसानों के 500 एकड़ खेत में पानी भर गया है। पिछले तीन दिनों से किसानों के खेत में धान की फसलें पानी में डूबी हुई है।
किसानों का आरोप है कि जलसंसाधन विभाग के अफसरों की लापरवाही से यह स्थिति बनी है। जब से नहर बना है, तब से इसमें पानी नहीं आया था। इस बार अचानक पानी छोड़ दिया गया। जिसके चलते नहर फूट गया और उनकी फसलें चौपट हो गई। उन्होंने जिला प्रशासन से मुआवजा देने की मांग की है। यह भी आरोप लगाया है कि प्रशासन इस मामले को दबाने का प्रयास कर रहा है।
शहर के निचले इलाकों में भरा पानी
इधर, बुधवार को दिनभर मौसम नमी-युक्त रहा और वातावरण में ठंडक महसूस हुई। वर्षा के कारण शहर के कई निचले इलाकों में घुटनों तक पानी भर गया था। कई जगहों पर जलभराव देखने को मिला। प्रमुख रूप से हंसा विहार, श्रीकांत वर्मा मार्ग, पुराना बस स्टैंड, तोरवा, लालखदान, सिरगिट्टी, सरकंडा, मंगला सहित निचले हिस्सों में जलभराव की स्थिति बनी रही।
वातावरण में आई नमी, 3.9 डिग्री कम हुआ तापमान
इधर, मंगलवार शाम से बारिश के चलते वातावरण में नमी आ गई है। जिसके चलते तापमान 3.9 डिग्री कम हो गया है। बुधवार को अधिकतम तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, न्यूनतम तापमान 23.7 डिग्री रहा। दिन का न्यूनतम तापमान सामान्य से 0.8 डिग्री कम रहा।
द्रोणिका का असर
मौसम वेधशाला के मौसम विज्ञानी डॉ. एचपी चंद्रा के मुताबिक, एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण गंगटोक पश्चिम बंगाल, उससे लगे झारखंड और उत्तर ओडिशा के ऊपर 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है।
इसके प्रभाव से अगले 24 घंटे में इसी जगह निम्न दाब का केंद्र बनने की संभावना है। यह मौसमी तंत्र तेजी से आगे बढ़ने की संभावना है। जिस कारण बिलासपुर समेत प्रदेश में गुरुवार के बाद वर्षा की गतिविधि में थोड़ी कमी हो सकती है।
बिलासपुर में बारिश का यलो अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र रायपुर की ओर से प्रदेश के कई जिलों में अगले 24 से 48 घंटों के लिए चेतावनी दी गई है। बिलासपुर को यलो अलर्ट पर रखा गया है। बिलासपुर समेत प्रदेश में 8 अगस्त को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने और गरज-चमक के साथ छींटे पढ़ने की संभावना है। एक दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ बिजली गिरने और भारी वर्षा होने की भी आशंका है।
अगस्त में अब तक वर्षा (शहर)
तारीख | मिलीमीटर बारिश |
1 अगस्त | 17 |
2 अगस्त | 12.2 |
3 अगस्त | 8.5 |
4 अगस्त | 32.3 |
5 अगस्त | 00 |
6 अगस्त | 4.5 |
7 अगस्त | 55 |
कुल बारिश | 129.5 |
कोटा और बिल्हा में कम बारिश
तहसील वर्षा | मिलीमीटर बारिश |
बिलासपुर | 55 |
बिल्हा | 43.8 |
मस्तूरी | 82.5 |
तखतपुर | 48.8 |
कोटा | 34.2 |
सीपत | 51.6 |
रतनपुर | 38.4 |
पचपेड़ी | 52 |