छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में भिलाई स्टील प्लांट के अंदर एक कर्मचारी सड़क किनारे लगे पोल से टकराया गया। हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हो गया। सूचना मिलते ही वहां के स्टाफ ने उसे मेन मेडिकल पोस्ट पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद उसे सेक्टर 9 अस्पताल भेजा गया है, जहां इलाज के दौरान बुधवार तड़के उसने दम तोड़ दिया। हादसा मंगलवार देर रात का है। जिस कर्मचारी की मौत हुई है उसकी पहचान रामजीत (53 साल) के रूप में हुई है। वो एसएस शॉप में टेक्नीशियन के पद पर काम करता था। सेकंड शिफ्ट ड्यूटी करने के बाद वहां के एक कर्मचारी अपनी स्कूटी से घर जाने के लिए निकला था। संयंत्र के अंदर से बाहर निकलते समय मुख्य सड़क के बगल में एक सर्विस लेन है।
सूचना बोर्ड के पोल से टकराया कर्मचारी
इसी लेन पर एक इन आउट की सूचना देने वाली होर्डिंग लगाई गई है। बगल से आठ फीट चौड़ी सड़क है। उसी सड़क से होते हुए कर्मचारी अपनी एक्टिवा से निकलने के लिए आगे बढ़ा था, तभी पोल से टकरा गया और बुरी तरह जख्मी हो गया। इसके बाद उसे मेन मेडिकल पोस्ट ले जाया गया। वहां से सेक्टर 9 हॉस्पिटल रेफर किया गया। वहां इलाज के दौरान 14 अगस्त की सुबह 6 बजे उसने दम तोड़ दिया।
सुरक्षा की अनदेखी करते हुए लगाए गए होर्डिंग
BSP कर्मचारियों का कहना है कि यहां सेफ्टी डिपार्टमेंट ने 8 फीट चौड़ी सड़क के दोनों तरफ बड़े बड़े होर्डिंग लगाया है। यहीं पर एक साइड में रिश्वत बर्दाश्त नहीं का होर्डिंग और दूसरी तरफ सेल का सालाना आउटकम लिखा होर्डिंग लगा है। इसी होर्डिंग के खंभे से कर्मचारी टकरा गया है। बीएसपी प्रबंधन को इस तरह के अव्यवस्थित तरीके से लगे होर्डिंग को हटा देना चाहिए।
बायोमेट्रिक अटेंडेंस की वजह से जल्दी में रहते हैं कर्मचारी
बीएसपी कर्मचारियों का कहना है कि बीएसपी में जबसे बायोमेट्रिक अटेंडेंस की व्यवस्था शुरू की गई है। यहां काफी अफरा-तफरी का माहौल होता है। शिफ्ट छूटते ही अंदर से बाहर जाने और बाहर से अंदर ड्यूटी पर पहुंचने वाले कर्मचारी काफी जल्दबाजी में रहते हैं।
इससे वो सेफ्टी और सावधानी का ध्यान कम दे पाते हैं। बीएसपी के सेफ्टी डिपार्टमेंट को भी ध्यान देना चाहिए कि रास्ते पर इस तरह के लगे पोल हटा दे, जिससे आगे कोई अनहोनी ना हो।