इंदौर। शहर का सवा सौ साल पुराना थोक किराना बाजार पाकिस्तानी खारक (छुआरा) बिक्री की सबसे प्रमुख मंडी बन गया है। पांच साल पहले तक अमृतसर इसकी सबसे प्रमुख मंडी था, जिसकी जगह मुंबई-दिल्ली के साथ इंदौर ने ले ली है। पाकिस्तान से आने वाली खारक के आयात पर सरकार ने पांच साल पहले सख्ती की थी। इससे अमृतसर का कारोबार तो इंदौर के हाथ में जरूर आया, लेकिन थोक बाजार में बिक रही 80 प्रतिशत से ज्यादा खारक पाकिस्तान से ही आ रही है। भारी-भरकम ड्यूटी से बचने के लिए खाड़ी देशों के रास्ते इंदौर के बाजार में पाकिस्तानी खारक पहुंच रही है। खास बात यह कि यहां के थोक बाजार में अब इसका कारोबार भी अब ज्यादातर पाकिस्तान मूल के कारोबारी कर रहे हैं।