ब्रेस्ट कैंसर भारत में महिलाओं को होनेवाला सबसे कॉमन प्रकार (Common cancer in women in India) है। ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं की असमय मृत्यु का भी एक बड़ा कारण है। ब्रेस्ट कैंसर के बारे में सुनकर ही लोगों को डर इसलिए भी लगता है क्योंकि इन दिनों ब्रेस्ट कैंसर 40-50 साल से कम उम्र की महिलाओं (Breast cancer in young women) को भी हो रहा है। यह बहुत ही तेजी से फैल रहा है और भारत में ब्रेस्ट कैंसर के मामलों (cases of breast cancer in India) की संख्या हर साल काफी अधिक होती है।
भारत में बढ़ रहे हैं ब्रेस्ट कैंसर के मामले
बॉलीवुड और टीवी इंडस्ट्री से जुड़ी कई बड़ी हस्तियों को भी ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित पाया गया। इनमें सोनाली बेंद्रे (Sonali Bendre Breast cancer) से लेकर छवि मित्तल (Chhavi Mittal) और हिना खान(Hina Khan Breast Cancer) के नाम भी शामिल है। ब्रेस्ट कैंसर के बारे में डॉ. राधेश्याम नायक (Dr. Radheshyam Naik, Consultant Medical Oncologist and Hematologist and Bone Marrow Transplant Physician with Sammprada Hospital, Bengaluru) से बात की जिन्होंने बताया कि ब्रेस्ट कैंसर के कितने स्टेज होते हैं और इस बीमारी से पीड़ित मरीजों के बचने की संभावना कितनी होती है।
ब्रेस्ट कैंसर में मरीज के बचने की संभावना कितनी होती है? (Chances of patients survival in breast cancer)
ब्रेस्ट कैंसर के 4 स्टेज होते हैं। स्टेज 1 या पहले स्टेज में कैंसर जहां शुरूआती स्टेज पर होता है जबकि चौथे स्टेज में यह मेटास्टेटिक ब्रेस्ट कैंसर (distant metastases) या एडवांस्ड ब्रेस्ट कैंसर के तौर पर जाना जाता है। इसके अलावा ब्रेस्ट कैंसर की गंभीरता एस्ट्रोजेन रिसेप्टर और अन्य शारीरिक स्थितियों पर भी निर्भर करती है। आमतौर पर स्टेज1 में कैंसर के ठीक होने की संभावना 80-90% तक होती है। वहीं,