नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को 15 प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है। इससे पहले सुबह 10 बजे भाजपा ने 44 प्रत्याशियों की सूची जारी की थी, जिसे महज दो घंटे के अंदर वापस ले लिया गया। यहां पढ़िए, पहले चरण के लिए भाजपा की बदलकर जारी की गई सूची की खासियत…
विधानसभा सीट प्रत्याशी
- पंपारे – सैयद शौकत यूर अंद्राबी
- राजपोरा – अर्शीद भट्ट
- शोपियां – जावेद अहमद कादरी
- अनंतनाग पश्चिम – मोहम्मद रफीक वानी
- अनंतनाग – अधिवक्ता सैयद वजाहत
- श्रीवाड़ा बिजबेहरा – सोफी यूसुफ
- शानगुस अनंतनाग पूर्व – वीर सराफ
- इंदरवल – तारिक कीन
- किश्तवाड़ – शगुन परिहार
- पाडेर – नागसेनी – सुनील शर्मा
- भदरवाह – दलीप सिंह परिहार
- डोडा – जय सिंह राणा
- डोडा पश्चिम – शक्ति राज परिहार
- रामबन – राकेश ठाकुर
- बनिहाल – सलीम भट्ट
15 में आठ मुस्लिम और सात हिंदू
भाजपा की सूची में आठ मुस्लिम और सात हिंदू प्रत्याशी हैं, जिनमें से एक सीट पर महिला प्रत्याशी को उतारा गया है। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 24 सीटों पर मतदान होगा। भाजपा ने अभी 15 सीटों के ही नाम जारी किए हैं। नौ सीटें अभी बाकी हैं।
कौन हैं BJP की इकलौती महिला उम्मीदवार शगुन परिहार?
भारतीय जनता पार्टी ने किश्तवाड़ सीट से BJP के दिग्गज नेताओं में से एक अनिल परिहार की भतीजी शगुन परिहार को मैदान में उतारा है। शगुन परिहार अजित परिहार की बेटी हैं। भाजपा ने किश्तवाड़, डोडा और भद्रवाह जिले में अनिल परिहार का दबदबा देखते हुए शगुन परिहार को मैदान में उतारा है।
बता दें कि हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकियों ने 1 नवंबर 2018 को किश्तवाड़ में हिंदुओं की दबंग आवाज रहे भाजपा नेता अनिल परिहार और उनके भाई अजित परिहार की हत्या कर दी थी।
अनिल परिहार राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सक्रिय सदस्य थे। साल 2008 में अनिल परिहार को पैंथर्स पार्टी से टिकट मिला था, लेकिन वे हार गए थे। इसके बा वह भाजपा में शामिल हो गए। उन्होंने अपने इलाके में भाजपा को मजबूत करने में सहयोग दिया।
शगुन परिहार बोली- मुझे भरोसा लोग अपनी बेटी को दिल स्वीकारेंगे
किश्तवाड़ विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार बनाए जाने पर शगुन परिहार ने कहा, ”मैं बहुत आभारी हूं कि मेरी पार्टी ने मुझे यह मौका दिया है। मुझे पूरा भरोसा है कि किश्तवाड़ की लोग, किश्तवाड़ की इस बेटी को खुले दिल से स्वीकार करेंगे। यह चुनाव सिर्फ शगुन परिहार या अजीत और अनिल परिहार के परिवारों के लिए नहीं है, बल्कि उन सभी परिवारों के लिए है, जिन्होंने देश के लिए बलिदान दिया है। मुझे विश्वास है कि यहां का हर व्यक्ति मुझे आगे का रास्ता दिखाएगा।
जम्मू-कश्मीर में मतदान कब है?
बता दें कि जम्मू-कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों पर 18 सितंबर से 1 अक्टूबर 2024 के बीच तीन चरणों में चुनाव होना है। चुनाव परिणाम 4 अक्टूबर 2024 का आएगा। किसी भी पार्टी को राज्य में सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा यानी 46 सीटें जीतनी होंगी।
जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटाए जाने के बाद पहली बार चुनाव हो रहे हैं। या फिर ये कहिए कि 10 साल बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर विधानसभा चुनाव होने वाला है।