ममता बनर्जी और पुलिस आयुक्त का हो पॉलीग्राफी टेस्ट, नकली दवाओं का चल रहा सिंडिकेट

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कोलकाता में महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए रेप और हत्या के मामले में बीजेपी आटी सेल के हेड व नेता अमित मालवीय ने बड़ा खुलासा करने का दावा किया है। अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में हुई जघन्य वारदात को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है। साथ ही राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

ममता बनर्जी थीं पुलिस आयुक्त के संपर्क में

बीजेपी नेता मालवीय ने कहा कि कोलकाता पुलिस और टीएमसी के अनुसार, आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में बलात्कार और हत्या मामले में आरोपी संजय रॉय उस रात कोलकाता पुलिस आयुक्त के नाम पर रजिस्टर्ड बाइक चला रहा था। ये वही आयुक्त हैं जिसने बिना उचित जांच के महिला डॉक्टर के मामले को आत्महत्या करार दिया था। मालवीय ने आगे कहा कि ममता बनर्जी लगातार उसके संपर्क में थीं। यह गंभीर मामला है और इसकी जांच होनी चाहिए। 

किया जाए पॉलीग्राफी टेस्ट

मालवीय ने कहा कि स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच के लिए ममता बनर्जी और कोलकाता पुलिस आयुक्त दोनों को तुरंत पद छोड़ देना चाहिए। सीबीआई को उन्हें हिरासत में लेना चाहिए, उनके फोन रिकॉर्ड की जांच करनी चाहिए और युवा महिला डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के पीछे की साजिश का पता लगाने के लिए उनका पॉलीग्राफ टेस्ट कराना चाहिए। 

अस्पताल में नकली दवाओं का सिंडिकेट

मालवीय ने एक्स पर लिखी अपनी पोस्ट में कहा कि क्या मृतक डॉक्टर ने चेस्ट मेडिसिन विभाग में नकली दवाओं के सिंडिकेट के बारे में कुछ पता लगाया था? जैसा कि मेडिकल बिरादरी के लोग आरोप लगा रहे हैं। वह एक पल्मोनोलॉजिस्ट थी। टीबी दवाओं की बड़ी खेप टैक्स पैयर्स के पैसे से खरीदी जाती है। 

ममता बनर्जी ने सभी सबूतों को मिटाने की कोशिश की

मालवीय ने पूछा कि क्या कोई सिंडिकेट है? जो पड़ोसी देशों को दवाएं निर्यात कर रहा था। उन्हें खराब सैंपल में बदल कर यहां रख रहा था। इस पूरे मामले की कई परतें हैं। सीबीआई के सामने एक कठिन काम है, क्योंकि कोलकाता पुलिस और ममता बनर्जी ने सभी सबूतों को मिटाने और इसमें शामिल लोगों को बचाने के लिए हर संभव कोशिश की है।

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