देश का दिग्गज कारोबारी घराना वेदांता ग्रुप देश में दो नए औद्योगिक पार्क स्थापित करने जा रही है. यह जो औद्योगिक पार्क एल्युमीनियम, जिंक तथा सिल्वर की आपूर्ति करेगी. वेदांता ग्रुप के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ट्वीट कर यह जानकारी दी. उन्होंने कहा है कि ये औद्योगिक पार्क एल्युमीनियम, जिंक तथा सिल्वर की आपूर्ति के लिए स्थापित किया जाएगा. साथ ही दोनों पार्क नॉन प्रॉफिट आधार पर बनाए जाएंगे. पार्कों के बन जाने से कच्चे माल और रिन्यूएबल एनर्जी यानि सोलर एनर्जी वाले कंपनियों को मदद मिलेगी. वेदांता ग्रुप के चेयरमैनअनिल अग्रवाल ने कहा कि ये औद्योगिक क्लस्टर आर्थिक विकास का इंजन है. जो बड़े लेवल पर रोजगार पैदा करेगी. साथ ही इसके आस-पास हजारों उद्योग स्थापित होगें. इसके अलावा कंपनी तेल, गैस तथा लोहा और इस्पात के लिए भी इसी तरह का पार्क बनाने पर विचार कर रही है. जो आने वाल समय में कच्चे माल की लागत में कटौती करेगी. इससे देश में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में कंपिटिशन को बढ़ावा देगी. इसके बनने से देश में ऊर्जा सेक्टर को भी बढ़ावा मिलेगा.
वेदांता के शेयरों में तेजी
वेदांता ग्रुप के इस खबर के बाद कंपनी के शेयरों में तेजी देखने को मिली. कंपनी का शेयर दोपहर 2 बजे के करीब 0.80 प्रतिशत बढ़कर 467.70 रुपये पर कारोबार कर रहा था. साथ ही बीएसई पर वेंदांता के करीब 1.45 लाख शेयरों का कारोबार हुआ. हांलाकि यह आंकड़ा कंपनी के दो हफ्तें के औसत कारोबर 4.68 लाख शेयरों से कम है. इससे पहले वेदांता लिमिटेड के शेयरों में इस साल मार्च के निचले स्तर से 104% की उछाल पर थी. मार्च 2024 में शेय़र 225 रुपये के स्तर से बढ़कर मौजूदा सत्र में 459 रुपये पर पहुंच गया.
पार्कों से ऐसे मिलेगा लाभ
औद्योगिक पार्क की स्थापना से अलग-अलग क्षेत्रों में कई तरह से लाभ होगा. इसके निर्माण से कच्चे माल की आपूर्ति लगातार होती रहेगी. साथ ही कंपनी का पैसा और समय बचेगा. इससे न केवल उद्यमियों को लाभ होता है. बल्कि वहां काम करने वाले वर्करों और श्रमिकों को भी लाभ मिलेगा. वेदांता ग्रुप लगातार खनिज, धातु और ऊर्जा के क्षेत्रों में आगे बनने के लिए प्रयास कर रही हैं. कंपनी के इस निर्णय से दुनिया भर में एक मॉडल बनेगा. इससे नए स्टार्टअप और एमएसएमई को भी समृध्द और विकसित करने में मदद मिलेगी.