दुर्ग-दल्लीराजहरा रेलवे ट्रैक में 9वीं में पढ़ने वाले दो बच्चों की ट्रेन से कटकर मौत हो गई। दोनों घर से खेलने जाने की बात कहकर निकले और रेलवे ट्रैक पर बैठकर गेम खेल रहे थे। पूरण कुमार साहू (14) और वीर सिंह (13) खेलने में इतने व्यस्त हो गए कि ट्रेन का हॉर्न भी उन्हें सुनाई नहीं दिया। ट्रेन के लोको पायलट ने ब्रेक लगाने की कोशिश की, लेकिन तब तक दोनों ट्रेन की चपेट में आ गए और मौत हो गई।
थाना प्रभारी अंबर सिंह भारद्वाज ने बताया कि 31 अगस्त की रात 8 बजे उनके पास आरपीएफ से फोन आया था कि दुर्ग – दल्लीराजहरा रेलवे पटरी मार्ग पर रिसाली एरिया में पार्श्वनाथ जैन मंदिर के पीछे दो लोगों की ट्रेन से कटने से मौत हो गई है।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों की पहचान सरस्वती कुंज वेस्ट रिसाली निवासी पूरण कुमार साहू (14) और आशीष नगर रिसाली निवासी वीर सिंह (13) के रूप में की। इस घटना के बाद परिजन और ट्रेन के लोको पायलट के बयान लिए गए हैं। मौके पर एक टूटा मोबाइल पड़ा था, जो चालू हालत में था। उसमें गेम सांग की आवाज आ रही थी। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि दोनों गेम खेलने में इतने खो गए कि उन्हें ट्रेन के हॉर्न का भी पता नहीं चला।
आंखों देखी: इमरजेंसी ब्रेक भी लगाई, पर चपेट में आ गए
ट्रैक पर दोनों बच्चे आपस में सटकर बैठे थे। उन्हें देखकर दूर से हॉर्न बजाना शुरू कर दिया, फिर भी नहीं हटे। इसके बाद इमरजेंसी ब्रेक लगाई, लेकिन ब्रेक लगने के बाद ट्रेन एक-दो पिलर बाद रुकती है। इससे दोनों चपेट में आ गए। उस दौरान पटरी पर आगे बैठा बालक ट्रेन के पहियों के नीचे आकर पूरी तरह कुचल गया। जबकि दूसरा झटके से दूर छिटक गया।
-जैसा कि लोको पायलट महेश साहू ने पुलिस बयान में बताया।