छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) इसी हफ्ते सेकेंड चांस बोर्ड परीक्षा (दूसरी मुख्य-अवसर परीक्षा) का रिजल्ट जारी कर सकती है। नतीजे का सबसे ज्यादा इंतजार कक्षा 12वीं के बच्चों को है, जिन्हें कॉलेजों में प्रवेश लेना है। उच्च शिक्षा विभाग ने कॉलेजों में प्रवेश की अंतिम तिथि 14 सितंबर तक बढ़ा दी है। छत्तीसगढ़ सरकार की नई पहल के तहत प्रदेश में 10वीं-12वीं की पूरक परीक्षा के स्थान पर जून-जुलाई में दूसरी बार मुख्य परीक्षा इस साल से शुरू की गई है। पहली मुख्य परीक्षा हर साल की तरह मार्च में हुई। दूसरी मुख्य परीक्षा जुलाई अगस्त में आयोजित की थी।
80 हजार से ज्यादा छात्र हुए शामिल
दूसरी मुख्य परीक्षा में इस बार प्रदेश के लगभग 80 हजार से अधिक विद्यार्थी शामिल हुए। इनमें प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण वाले 2 हजार से ज्यादा बच्चे भी हैं, जो कुछ विषयों में कम अंक मिलने के बाद दोबारा परीक्षा देने के लिए बैठे थे।
पहली बार हुई सेकेंड चांस परीक्षा
माशिमं ने पहली बार प्रदेश में साल में दो बार सीजी बोर्ड परीक्षा आयोजित किया। फाइनल मेरिट लिस्ट में द्वितीय अवसर परीक्षा के परीक्षार्थियों को मौका नहीं मिलेगा। यानी उसका अंक नहीं जुड़ेंगा। मूल्यांकन के बाद नतीजे तैयार करने का काम अंतिम चरण में है।
मूल्यांकन के लिए बनाए 20 केंद्र
द्वितीय बोर्ड परीक्षा की कॉपियों के मूल्यांकन के लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल की ओर से प्रदेश में 20 केंद्र बनाए गए थे। इसमें राजधानी में दो केंद्र हैं। पहली बोर्ड परीक्षा में राज्य में 36 मूल्यांकन केंद्र बने थे। मार्च में हुई पहली बोर्ड परीक्षा में प्रदेश के करीब 6 लाख छात्र शामिल हुए थे। इस बार छात्रों की संख्या कम है इसलिए मूल्यांकन केंद्रों की संख्या कम है।
रिजल्ट के साथ फाइनल मेरिट लिस्ट जारी करने की तैयारी
माशिमं सेकेंड चांस परीक्षा के नतीजों के साथ साथ ही फाइनल मेरिट सूची जारी करने की तैयारी में है। पुनर्मूल्यांकन और पुनर्गणना के बाद छात्रों के नंबर बढ़े हैं। फाइनल टाप-10 मेरिट सूची में 10वीं में 5 और 12वीं में 3 से अधिक छात्रों को जगह मिलने की संभावना है।
द्वितीय परीक्षा में नहीं बदले नंबर तो पहली मार्कशीट ही मान्य
द्वितीय बोर्ड के नियमों के अनुसार पास हो चुके छात्र अगर अपने नंबर से नाखुश है, तो वह श्रेणी सुधार के लिए द्वितीय परीक्षा दे सकते हैं। एक विषय, दो विषय या इससे अधिक विषय में वे शामिल होने के पात्र हैं। द्वितीय परीक्षा में नंबर बढ़ते हैं, तो इसके अनुसार रिजल्ट जारी होगा। अंकों में सुधार नहीं होने पर पहली ही मार्कशीट मान्य होगी।