सरगुजा जिले में आदिवासी युवक की हत्या कर शव को पानी की टंकी की नींव में दफना दिया गया। अब फरार आरोपी ठेकेदार और उसके साथी पर सरगुजा एसपी योगेश पटेल ने 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। सर्व आदिवासी समाज ने शनिवार को प्रदर्शन किया। पुलिस को आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तीन दिन का समय दिया है। परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार भी नहीं किया है। दरअसल, सीतापुर थाना क्षेत्र के उलकिया से 3 महीने से लापता संदीप लकड़ा की लाश शुक्रवार को मैनपाट में पानी की टंकी की नींव में दफन मिला। पुलिस ने पानी टंकी को ढहाकर और जेसीबी से खुदाई कर 15 फीट नीचे शव बरामद किया। मामले में मुख्य आरोपी ठेकेदार अभिषेक पांडेय और साथी गौरी पांडेय फरार हैं।
आंदोलन के बाद बढ़ा दबाव, शव पड़ा है मॉर्च्युरी में
सर्व आदिवासी समाज ने शनिवार को थाने के सामने नेशनल हाईवे जाम कर 4 घंटे प्रदर्शन किया। सर्व आदिवासी समाज ने मुख्यमंत्री के नाम सीतापुर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है। राज्य अजजा आयोग के अध्यक्ष भानुप्रताप सिंह भी सीतापुर पहुंचे थे। तीन दिनों में आरोपियों की गिरफ्तारी के आश्वासन के बाद आंदोलन समाप्त किया गया था।
प्रदर्शन के दौरान पुलिस और आदिवासी समाज के लोगों के बीच झड़प भी हुई। सरगुजा आईजी अंकित गर्ग ने मामले के विवेचना अधिकारी एसआई रमेश चंद्र राय एवं प्रधान आरक्षक रूपेश महंत को शनिवार शाम सस्पेंड कर दिया है।
आरोपियों को फांसी देने समेत कई मांगे
- मृतक के परिवार को 2 करोड़ रुपए मुआवजा।
- मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी।
- फरार आरोपियों की गिरफ्तारी और उनके घरों पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई हो, सभी आरोपियों को फांसी दी जाए।
गिरफ्तार 4 आरोपी भेजे गए जेल
इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों में प्रत्युष पाण्डेय (21) निवासी पत्थलगांव, गुड्डु कुमार (22) निवासी गया बिहार, तुलेश्वर तिवारी उर्फ गुड्डू (24) निवासी खड़ादोरना सीतापुर और शैलशक्ति साहू (20) निवासी पत्थलगांव जिला जशपुर शामिल हैं। चारों आरोपियों को कोर्ट से रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
3 दिन में बना दिया टंकी का बेस
आरोपियों ने स्कूल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन साइट से छड़ और मटेरियल चोरी करने के आरोप में 7 जून को बेदम संदीप की पिटाई की और गोदाम में बंद कर दिया। सुबह उसकी मौत हो गई, तो 8 जून को शव को पिकअप में डालकर लुरैना ले गए, जहां नल जल योजना की पानी टंकी के बेस के लिए नींव का काम चल रहा था।
आरोपियों ने 8 जून की रात नींव में संदीप लकड़ा का शव डाल दिया और वहां रेत डालकर ढलाई कर दी। इसके बाद तीन दिनों में ही पानी टंकी का बेस ढालकर तैयार कर दिया। सामान्य तौर पर बेस बनाने में 15 से 20 दिन लगते हैं।
लापता होने से शव मिलने तक का घटनाक्रम
- 07 जून- संदीप लकड़ा काम पर गया और नहीं लौटा
- 08 जून- ठेकेदार ने संदीप और साथी पर छड़-मटेरियल चोरी की FIR कराई।
- 14 जून- संदीप को ठेकेदार और साथियों द्वारा ले जाने की जानकारी परिजनों को मिली।
- 16 जून- संदीप की पत्नी ने सीतापुर में गुमशुदगी दर्ज कराई।
- 21 जुलाई- सर्व आदिवासी समाज ने थाने का घेराव किया। ठेकेदार और साथियों पर केस दर्ज।
- 05 अगस्त- ठेकेदार के साथियों ने संदीप की हत्या करना स्वीकार किया।
- 06 अगस्त- मैनपाट के लुरैना में पानी टंकी गिराकर नींव से बरामद किया गया शव।
मुख्य आरोपी की सरगर्मी से तलाश
पुलिस ने मुख्य आरोपी अभिषेक पांडेय का मोबाइल लोकेशन फोन बंद होने के कारण ट्रेस नहीं कर पा रही है। अन्य सभी सूत्रों को उसके पीछे लगाया गया है। पिछले कुछ दिनों में ही अभिषेक पांडेय के खाते से बड़ी राशि निकली है। यह राशि कहां भेजी गई, इसकी भी पड़ताल पुलिस कर रही है।