दुर्ग जिले कुम्हारी क्षेत्र में बने टोल प्लाजा में टोल की वसूली तो की जा रही है, लेकिन उसके एवज में जो सुविधाएं दी जानी चाहिए वो नहीं दी जा रही है। कुम्हारी के एक समाजसेवी ने इसके खिलाफ लड़ाई छेड़ दी है। उन्होंने इसे अवैध वसूली बताते हुए 48 घंटे का सत्याग्रह आंदोलन शुरू किया है। मुकेश तिवारी दुर्ग में सांई बाबा के मंदिर के नाम से सांई सृष्टि जनकल्याण संस्थान चलाते हैं। इस संस्था से जुड़कर वो वहां गरीबों को भोजन कराने का काम करते हैं। वो 11 सिंतबर से कुम्हारी टोल प्लाजा को हटाने की मांग को लेकर सत्याग्रह पर बैठे हैं। मुकेश तिवारी ने बताया कि वे 48 घंटे तक केवल जल ग्रहण करेंगे, इसके बाद भी यदि उनकी मांग नहीं मानी गई तो जल ग्रहण करना भी बंद कर देंगे।
तिवारी ने सांई सृष्टि जनकल्याण संस्थान की ओर से 10 सितंबर को दुर्ग कलेक्टnर ऋचा प्रकाश चौधरी को एक पत्र लिखा था। उसमें उन्होंने टाटीबंध, रायपुर से नेहरू नगर, भिलाई तक जो फोरलेन बनी है उसके टोल की वसूली को बंद करने की मांग की थी। उन्होंने लिखा था कि इसके लिए कुम्हारी में एक टोल प्लाजा बनाया गया था। वहां टोल की अवैध वसूली की जा रही है, लेकिन सड़क की मरम्मत में बिलकुल ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
एक टोल हटा, लेकिन दूसरे में वसूली जारी
मुकेश तिवारी का कहना है कि रायपुर से भिलाई तक बनाई गई फोरलेन मार्ग का निर्माण बीओटी पद्धति पर किया गया था। इसके तहत कुम्हारी और कोसानाला भिलाई में टोल वसूली के लिए दो अलग अलग टोल नाके बनाए गए थे। इस निर्माण को हुए 20 साल बीत जाने के बाद भिलाई का टोल प्लाजा तोड़ दिया गया, लेकिन कुम्हारी का टोल नाका नहीं हटाया गया। यहां अभी भी वाहन चालकों से अवैध टोल वसूली रही है।
मुकेश के सत्याग्रह से लोगों का जुड़ना शुरू
मुकेश तिवारी ने कुम्हारी में एक टेंट लगाकर अपना सत्याग्रह शुरू किया है। आज उसका दूसरा दिन है। कल से वो जल भी ग्रहण करना बंद कर देंगे। समाज हित में उनकी इस दृढ़ निश्चय मांग के साथ धीरे धीरे अब स्थानीय और अन्य लोग जुड़ने लगे हैं। सभी का कहना है कि यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक की इस टोल प्लाजा को हटा नहीं दिया जाता।