गरियाबंद जिले के प्रभारी मंत्री और प्रदेश के खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने बुधवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में विभागीय समीक्षा बैठक ली। बैठक में हितग्राही मूलक योजनाओं के क्रियान्वयन पर प्रभारी मंत्री जहां जिला प्रशासन की पीठ थपथपाते नजर आए, तो वहीं निर्माण कार्य के रिपोर्ट देख मंत्री का पारा चढ़ गया। सड़क, भवन, पूल पुलिया के निर्माण में पिछड़ चुके PWD के ईई को लताड़ा तो वहीं मुख्यमंत्री जतन के काम में रायता फैलाने वाले आरईएस के अफसरों को फटकार लगाई।
पीएचई अफसर को भी लगाई फटकार
जल जीवन मिशन के रिपोर्ट पर भी मंत्री को भरोसा नहीं रहा,पास में बैठी सांसद रूप कुमारी ने तो रिपोर्ट के आंकड़े और फील्ड की तुलना करने की बात कह दी। पीएचई अफसर को भी फटकार लगाई। मंत्री ने दो टूक में कहा कि राज्य और केंद्र की योजनाओं को सरकार के मंशा अनुरूप करना सुनिश्चित करें।
अवैध रेत खनन पर कार्रवाई के निर्देश
प्रभारी मंत्री ने कहा कि जिले के अधिकारी केन्द्र और राज्य शासन के योजनाओं के मंशानुरूप कार्य करें। उन्होंने सक्रियता एवं पारदर्शिता के साथ शासकीय कार्यों का क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही पात्र हितग्राहियों को शत प्रतिशत शासकीय योजनाओं का लाभ दिलाने के निर्देश दिए।
निर्माण कामों में तेजी लाने कहा
मंत्री बघेल ने विभिन्न विभागों में जारी कामों की जानकारी लेकर सभी कामों को समय-सीमा में तेजी से पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने अवैध अतिक्रमण सहित अवैध खनिज खनन, परिवहन और भंडारण पर सक्रिय होकर रोक लगाने और नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले में अवैध शराब और अन्य मादक पदार्थों के निर्माण और बिक्री की शिकायतों पर गंभीरतापूर्वक जांच करते हुए रोक लगाने और संबंधितों पर कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए।