नशे के खिलाफ मोर्चा : नए तरीके अपना रहे नशे के तस्कर, सीएम साय ने कहा- इनसे निबटने पुलिस को ट्रेंड करें…!!

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प्रदेश और पड़ोसी राज्यों के साथ नशे के खिलाफ मोर्चा खोलने पर तस्करी के नए तरीके उजागर हो रहे हैं। अब नकली परिवार बनाकर लाखों रुपए के गांजे की तस्करी का भंडाफोड़ हुआ है जो ओडिशा-छत्तीसगढ़ होकर दिल्ली तक पहुंचाया गया। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जो खुद इस अभियान की मॉनिटरिंग कर रहे हैं उन्होंने यह तरीका सामने आने के बाद पुलिस समेत सभी जांच एजेंसियों को सतर्कता बरतने व नए तौर-तरीकों पर नजर रखने और नए तौर-तरीकों को पहचानने के लिए पुलिस को विशेष प्रशिक्षण भी देने को कहा है।

दिल्ली के ऑपरेशन ने छत्तीसगढ़ सरकार का भी ध्यान आकर्षित किया है। मुख्यमंत्री साय ने अधिकारियों को मादक पदार्थों और अवैध शराब की तस्करी के खिलाफ कड़े निर्देश दिए हैं। उन्होंने इस मामले में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त न करने की चेतावनी अौर हर हाल में राज्य में ड्रग्स और शराब की तस्करी पर नकेल कसने को कहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा है कि दिल्ली के इस मामले से सबक लेते हुए वे छत्तीसगढ़ में किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखें और तुरंत कार्रवाई करें। इसके साथ ही मुख्यमंत्री एसपी से साप्ताहिक रिपोर्ट ले रहे हैं। छत्तीसगढ़ का ओडिशा के साथ सीधा सीमा संपर्क होने के कारण, यह राज्य मादक पदार्थों की इस तस्करी का संभावित शिकार हो सकता है। साय ने हाल ही में इन नए तरीकों को देखते हुए राज्य में विशेष सतर्कता बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।

क्या है मामला

दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने ‘कवच’ नामक ऑपरेशन में मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। यह गिरोह एक नकली परिवार की आड़ में ओडिशा से छत्तीसगढ़ होते हुए दिल्ली तक गांजे की तस्करी कर रहा था। पुलिस ने उनसे 41.5 किलो गांजा बरामद किया है। इसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 50 लाख रुपए है। आरोपियों में अनिता उर्फ मनो (45), अमन राणा (26), और एक 16 वर्षीय नाबालिग लड़की शामिल है। ये नकली परिवार बनाकर ट्रेनों में यात्रा करते थे, ताकि तस्करी के दौरान किसी को शक न हो।

मुख्यमंत्री साय ने एनएसएस को 50 लाख रुपए देने की घोषणा की

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवक राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। उन्होंने ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में सेवा की अलख जगाई है। स्वच्छता अभियान, साक्षरता अभियान सहित शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र में रचनात्मक योगदान देकर एक मिसाल प्रस्तुत की है। उन्हें नशामुक्ति के कार्य में भी सक्रिय भूमिका निभाना चाहिए।

साय सोमवार को इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में योजना के राज्य स्तरीय स्थापना दिवस एवं सम्मान समारोह में बोल रहे थे। सीएम ने इस अवसर पर रासेयो की राज्य इकाई को 50 लाख रुपए देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि 13 लाख रुपए को बढ़ाकर 50 लाख रुपए किया जा रहा है। उच्च शिक्षा सचिव प्रसन्ना आर., कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल, उच्च शिक्षा आयुक्त जनक प्रसाद पाठक, राज्य एनएसएस अधिकारी डॉ. नीता बाजपेयी भी उपस्थित थीं।

मुख्यमंत्री ने सेवा कार्याे में उत्कृष्ट योगदान देने वाले स्वयंसेवियों, कार्यक्रम अधिकारियों और संस्थाओं को सम्मानित किया। एनएसएस की पत्रिका समर्पण का विमोचन किया। उन्होंने लोगों को स्वच्छता की शपथ दिलाई। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वामी विवेकानंद कहते थे कि मुझे 100 ऊर्जावान युवा मिल जाएं तो मैं देश की दशा और दिशा बदल सकता हूँ।

छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय सेवा योजना से एक लाख छह हजार स्वयंसेवक जुड़े हैं। इस विशाल संख्या और आप लोगों के उत्साह और ऊर्जा को देखकर मैं पूरी तरह आश्वस्त हूं कि हम विकसित भारत और विकसित छत्तीसगढ़ के लक्ष्य को अवश्य प्राप्त करेंगे। उच्च शिक्षा सचिव ने कहा कि एनएसएस ने प्रदेश में 7 से 8 लाख युवा वॉलंटियर तैयार किए हैं। वर्तमान में एनएसएस के एक लाख से अधिक वॉलंटियर हैं, जो रचनात्मक कार्याें में योगदान दे रहे हैं।

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