मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि प्रदेश में 8-10 महत्वपूर्ण खेलों को चिह्नांकित कर खिलाड़ियों को उनमें दक्ष किया जाएगा। उन्हें आवासीय प्रशिक्षण, पढ़ाई और भोजन के साथ विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में मेडल जीतें, इसी लक्ष्य के साथ खेल सुविधाओं के विस्तार पर सरकार काम कर रही है। सरकार का लक्ष्य है कि खेल प्रतिभाओं को विश्व पटल पर ले जाया जाए।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को सीएम हाउस में खेल विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों से यह बातें कही। इस दौरान विभागीय मंत्री टंकराम वर्मा भी मौजूद थे। सीएम ने कहा कि प्रदेश में सरगुजा से बस्तर तक युवाओं में खेल प्रतिभाओं की कमी नहीं है, हमें उसे निखारने की आवश्यकता है। साय ने केन्द्रीय स्तर पर स्वीकृति के लिए भेजे जाने वाले प्रस्तावों की जानकारी उपलब्ध कराने को कहा, ताकि दिल्ली में इन पर चर्चा की जा सके। सीएम ने प्रदेश में खेलो इंडिया सेंटर का सतत निरीक्षण करने के निर्देश भी दिए।
जशपुर में नेशनल आर्चरी अकादमी सीएम ने एनटीपीसी के सहयोग से जशपुर के सन्ना में तैयार होने वाले नेशनल आरचरी अकादमी का जिक्र करते हुए कहा कि इस पहल से इस दूरस्थ इलाके का विकास होगा। साथ ही इस इलाके में रहने वाले पहाड़ी कोरवा, जो स्वाभाविक रूप से तीरंदाजी में माहिर होते हैं, उन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर भी मिलेगा।
नक्सल प्रभावित इलाकों में खेल सुविधाएं मुख्यमंत्री ने नियद नेल्लानार योजना से नक्सल प्रभावित इलाकों में खेल सुविधा बढ़ाने के उद्देश्य से लिए निर्णयों के प्रभावी क्रियान्वयन के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने खिलाड़ियों के हितों को ध्यान में रखते हुए महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। प्रदेश में खेल प्रतिभाओं को फलने फूलने का पूरा अवसर मिले, हमें यह सुनिश्चित करना है।
बस्तर दशहरा समिति के पदाधिकारियों ने दिया मुख्यमंत्री को न्यौता मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से सीएम हाउस में बस्तर दशहरा समिति के सदस्यों ने मुलाकात कर बस्तर दशहरा पर्व-2024 में शामिल होने का न्यौता दिया। इस वर्ष 4 अगस्त को पाटजात्रा पूजा विधान के साथ इस पर्व की शुरुआत हुई है। 2 अक्टूबर को काछनगादी पूजा, 10 अक्टूबर को बेल पूजा तथा 15 अक्टूबर को मुरिया दरबार का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर वनमंत्री केदार कश्यप, वित्त मंत्री ओपी चौधरी, महेश कश्यप, किरण सिंहदेव व विनायक गोयल तथा बस्तर दशहरा समिति से अर्जुन कर्मा, बलराम मांझी, भरत चालकी, बीरो मांझी,मंगलू मांझी, तीरथनाथ मांझी उपस्थित थे।