छत्तीसगढ़ में भाजपा नेता रतन दुबे हत्या मामले में शुक्रवार सुबह NIA की टीम ने नारायणपुर जिले के कौशलनार गांव में छापा मारा। टीम ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है। हालांकि आधिकारिक तौर पर छापा पड़ने की पुष्टि नहीं हुई है। इससे पहले NIA ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया था।
विधानसभा चुनाव से ठीक 3 दिन पहले BJP के नारायणपुर जिला उपाध्यक्ष और जनपद पंचायत सदस्य रतन दुबे चुनाव प्रभार के लिए गांव गए थे। बाजार में वे नुक्कड़ सभा को संबोधित कर रहे थे। इसी बीच नक्सलियों ने पीछे से आकर उन पर हमला कर दिया था, जिससे BJP नेता की मौत हो गई थी।
ग्रामीण वेशभूषा में पहुंचे नक्सलियों ने कुल्हाड़ी से किया था वार
झार थाना क्षेत्र में रतन दुबे नुक्कड़ सभा में जनता से वोट मांग रहे थे। इसी दौरान पीछे से ग्रामीण वेशभूषा में पहुंचे नक्सलियों ने उन पर कुल्हाड़ी से वार कर हमला कर दिया। इसके बाद शव के पास भारी संख्या में पर्चे छोड़कर जंगल की ओर भाग निकले थे।
नक्सलियों के हमला करने के बाद वहां मौजूद ग्रामीण भी बाजार स्थल छोड़कर भागने लगे। रतन दुबे पर किए गए हमले का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। नक्सलियों की पूर्व बस्तर डिवीजन कमेटी ने हत्या की जिम्मेदारी ली।
नक्सलियों ने कहा था- धर्मांतरण के मुद्दे पर आदिवासियों का लड़वा रहे थे
पर्चा जारी कर बताया कि, रतन दुबे धर्मांतरण के मुद्दे पर आदिवासियों को आपस में लड़वा रहा था। आमदाई खदान का समर्थन और सुरक्षाबलों का कैंप बिठाने में सहयोग कर रहा था। इसलिए PLGA ने उसे मौत की सजा दी है।
यह भी लिखा था कि, केदार कश्यप के साथ मिलकर रतन दुबे भाजपा और RSS से आदिवासियों को जोड़ रहा था। पुलिस के लिए सामान सप्लाई, जनता के पैसों का गबन, धर्मांतरण के नाम पर आदिवासियों पर हमले करवाना और पुलिस के लिए मुखबिरी करने का काम करता था।
6 दिन पहले NIA ने कांकेर में की छापेमारी
6 दिन पहले कांकेर जिले में NIA ((राष्ट्रीय जांच एजेंसी)) की टीम ने पत्रकार समेत 3 लोगों के घरों पर छापेमारी की थी। बताया जा रहा है कि NIA सुबह से बड़ी संख्या में फोर्स लेकर दबिश दी। तीनों के घरों में टीम दस्तावेज समेत अन्य सुराग खंगाले। मामला आमाबेड़ा थाना क्षेत्र के उसेली गांव का है।