छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ स्थित मां बम्लेश्वरी मंदिर में दर्शन के दौरान भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में एक महिला की जान भी चली गई। बताया जा रहा है कि, एक लाख की क्षमता वाली जगह पर नवरात्रि में करीब ढाई लाख श्रद्धालु पहुंच गए। घटना शनिवार रात 12 बजे के आस-पास की है। जानकारी के मुताबिक, शनिवार की रात जब भीड़ बढ़ी तो श्रद्धालुओं को देर रात बैरिकेड्स लगाकर रोक दिया गया। इसके बाद जब उन्हें दर्शन करने के लिए छोड़ा गया, तो एकाएक भगदड़ मच गई। इसकी चपेट में कई युवा, महिला और बुजुर्ग श्रद्धालुओं भी आ गए।
धमतरी की रहने वाली थी महिला
इस भगदड़ में धमतरी निवासी 36 साल की सोनल साहू गंभीर रूप से जख्मी हो गई थी। महिला को सुबह 5 बजे इलाज के लिए डोंगरगढ़ अस्पताल लाया गया, लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी। एडिशनल एसपी राहुदेव शर्मा ने इसकी पुष्टि की है।
दम घुटने से गई महिला की जान
बीएमओ बीपी एक्का का कहना है कि, महिला सफोकेशन (दम घुटने) के कारण बेहोश होकर गिर गई थी। इसे इलाज के लिए यहां लाया गया, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही महिला की मौत हो चुकी थी। पोस्टमॉर्टम के बाद उनके परिजनों को शव सौंप दिया गया है।
अधिक भीड़ के चलते हुआ हादसा
राजनादगांव कलेक्टर संजय अग्रवाल ने बताया कि, डोंगरगढ़ में बड़ी संख्या में भक्त पहुंच गए थे। हमने स्थानीय लोगों से बात की तो उन्होंने बताया कि ऐसी ऐतिहासिक भीड़ यहां पहले कभी नहीं आई थी। भीड़ के चलते ही हादसा हुआ है।
श्रद्धालु जल्दबाजी न करें, अपनी बारी का करें इंतजार- कलेक्टर
दर्शन के लिए पहुंच रहे श्रद्धालुओं से कलेक्टर ने आग्रह किया है कि उपवास, पैदल चलने और भीड़ के कारण घबराहट और बैचेनी हो सकती है। श्रद्धालु दर्शन के लिए जल्दबाजी न करें। जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन का सहयोग करें। बुजुर्ग, बच्चों, माताओं और दिव्यांगजनों को दिक्कत हो सकती है। उनका ध्यान रखते हुए सभी अपनी बारी आने पर दर्शन करें।
जगह-जगह की गई है बैरिकेडिंग
मां बम्लेश्वरी मंदिर में लगातार बढ़ रही भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन और पुलिस ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं। जगह-जगह बैरिकेडिंग की गई है। जिससे भीड़ को नियंत्रित किया जा सके और किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। स्वास्थ्य चेकअप की भी व्यवस्था की गई है।