राज्य में वैश्विक निवेश का प्रमुख केंद्र बनने की संभावना : छत्तीसगढ़ बनेगा फार्मा और उद्योग के निवेशकों का नया केंद्र, स्वास्थ्य में निवेश की संभावना बढ़ी…!!

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छत्तीसगढ़ फार्मा और उद्योग जगत के निवेशकों का नया केंद्र बनने जा रहा है। स्वास्थ्य सेवाओं और हर्बल उत्पादों में निवेश की संभावनाएं हैं। राज्य वैश्विक निवेश का एक प्रमुख केंद्र बनने की ओर अग्रसर है। देशभर के जाने-माने उद्योगपति, फार्मास्युटिकल विशेषज्ञ और प्रबंध संस्थानों के प्रतिनिधियों ने निवेश में रूचि दिखाई है। राज्य की सरकार ने नई औदियोगिक व निवेश नीति को अंतिम रूप देने से विषय विशेषज्ञों से सलाह-मशविरा कर उनकी राय ली।

दिल्ली में छत्तीसगढ़ सदन में इन्वेस्टमेंट कमिश्नर ऋतु सेन ने उद्योगपतियों और विशेषज्ञों की राय जानी, ताकि राज्य की औद्योगिक नीति को और बेहतर बनाया जा सके। सेन ने भरोसा दिलाया कि छत्तीसगढ़ में उद्योग लगाने से न केवल उद्योगपतियों को मुनाफा होगा, बल्कि राज्य के विकास में भी इसका बड़ा योगदान होगा। फार्मास्युटिकल उद्योग के लिए छत्तीसगढ़ में अपार संभावनाएं जताई गईं। नवा रायपुर में एक फार्मा पार्क की पहचान की गई है, जो फार्मास्युटिकल उद्योग के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है। राज्य में हर्बल और मेडिकल प्लांट्स की भरपूर उपलब्धता भी इस क्षेत्र के उद्योगों के लिए फायदेमंद है।

महिलाओं की भागीदारी

छत्तीसगढ़ में महिलाओं की भागीदारी भी राज्य के आर्थिक और सामाजिक ढांचे को मजबूत करती है। राज्य में महिलाओं का सेक्स रेशियो में बड़ा योगदान है। यदि उद्योगपति यहां निवेश करते हैं, तो इसका सबसे बड़ा लाभ महिलाओं को मिलेगा। इससे राज्य में सामाजिक संरचना में भी सकारात्मक बदलाव आएगा। महिलाएं आर्थिक विकास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनेंगी।

निवेश के लिए छत्तीसगढ़ की ताकत

  • सबसे बड़ी ताकत है सस्ती बिजली।
  • राज्य में 44 प्रतिशत से अधिक वन।
  • उद्योगों के लिए पर्याप्त जमीन उपलब्ध।
  • सरकार ने बनाया 5000 एकड़ का लैंड बैंक।
  • उद्योग स्थापित करने में कोई बाधा नहीं।
  • श्रम लागत अन्य राज्यों की तुलना में काफी कम।
  • उद्योगों को सस्ती श्रमिक शक्ति उपलब्ध।
  • राज्य की टैक्स प्रणाली सरल और अनुकूल।
  • निवेशकों के लिए आकर्षक व अनुकूल माहौल।

राज्य को औद्योगिक हब बनाएंगे: साय

इस बारे में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि हमारी सरकार की नई औद्योगिक नीति 1 नवंबर को जनता के सामने प्रस्तुत की जाएगी। इस नीति का उद्देश्य राज्य को औद्योगिक विकास का हब बनाना है। हम फार्मास्युटिकल और मेडिकल डिवाइस उद्योगों को विशेष रूप से प्रोत्साहित करेंगे। राज्य में उद्योगपतियों के लिए अनुकूल वातावरण तैयार किया जा रहा है। इसमें सरल कानूनी प्रक्रियाएं, सस्ती बिजली, और श्रम की उपलब्धता प्रमुख घटक हैं, जो निवेशकों के लिए इसे एक आकर्षक स्थल बनाते हैं।

उद्योगपतियों-विशेषज्ञों की राय और रूचि

  • डिप्टी सेक्रेटरी डिपार्टमेंट ऑफ प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड आईएएस भूवेश प्रताप सिंह : ईज ऑफ डूइंग बिजनेस, सरल कानूनी प्रक्रियाएं, एकल खिड़की मंजूरी प्रणाली और निवेशकों के लिए अनुकूल कर प्रणाली।
  • आईएफएस डायरेक्टर डिपार्टमेंट ऑफ फार्मास्युटिकल्स अभिषेक कुमार सिंह : मेडिकल डिवाइस इंडस्ट्री की रूपरेखा पेश की। मेडिकल डिवाइस इंडस्ट्री के लिए सही नीति।
  • एसोसिएशन ऑफ इंडियन मेडिकल डिवाइस इंडस्ट्री के वरिष्ठ बिजनेस डेवलपमेंट सलाहकार राकेश भाटिया : छत्तीसगढ़ की सस्ती बिजली और टैक्स प्रणाली उन उद्योगों के लिए उपयुक्त है, जो कम लागत में अधिक उत्पादन चाहते हैं।
  • अप्पासामी एसोसिएट्स के मार्केट एक्सेस और गवर्नमेंट अफेयर्स के प्रमुख राजीव नंदन : छत्तीसगढ़ में मेडिकल डिवाइस और डायग्नोस्टिक्स उद्योग के लिए अपार संभावनाएं हैं। राज्य सरकार की सब्सिडी और प्रोत्साहन से उनकी कंपनी राज्य में निवेश करने बेहद उत्साहित।
  • कार्यकारी निदेशक एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल फॉर मेडिकल डिवाइसेस प्रवीण के. मित्तल : नई औद्योगिक नीति उद्योगपतियों के लिए एक बड़ा अवसर है। सरकार की सक्रिय भागीदारी ने निवेशकों का भरोसा मजबूत किया।
  • इन्वॉल्यूशन हेल्थकेयर महाप्रबंधक (नीति और सामरिक मामले) डॉ. रवि राठौड़ : स्वास्थ्य सेवाओं और हर्बल उत्पादों में निवेश की संभावनाएं।

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