सूरजपुर में हेड कॉन्स्टेबल तालिब शेख की पत्नी और बेटी की हत्या मामले में फरार आरोपी कुलदीप साहू को गिरफ्तार कर लिया गया है। वह झारखंड के गोदरमाना से बस में सवार होकर अंबिकापुर आ रहा था। इस दौरान बलरामपुर पुलिस ने उसे पकड़ा है। आरोपी को लेकर बलरापुर पुलिस की एक टीम सूरजपुर रवाना हो गई है। इससे पहले कुलदीप साहू से बलरामपुर साइबर सेल में पूछताछ और शिनाख्त की गई है। शेष पूछताछ सूरजपुर पहुंचने पर वहां की पुलिस करेगी। फिलहाल सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
कुलदीप वारदात के बाद झारखंड भाग गया था। बताया जा रहा है कि बलरामपुर पुलिस ने उसे वहीं ट्रेस किया। इसके बाद लगातार उसकी लोकेशन मॉनिटर कर रही थी। उसे पुलिस ने बलरामपुर कोतवाली के सामने बस रुकवा कर गिरफ्तार किया है।
आरोपी कुलदीप के साथ इस वारदात में अन्य लोगों के भी शामिल होने की आशंका है। शक के आधार पर पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है। शहर को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
SP ने दिया शवों को कंधा
दूसरी ओर तालिब शेख की पत्नी और बेटी के शवों को गृहग्राम मनेंद्रगढ़ लाया गया था। आज सुबह टीवी टावर रोड स्थित निवास से उनका जनाजा निकाला गया। एसपी ने भी जनाजे को कंधा दिया, फिर मौहारपारा कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया।
संयुक्त पुलिस परिवार ने कुछ देर पहले ही आरोपी कुलदीप पर इनाम की घोषणा की थी। आरोपी को पकड़ने वाले को 50 हजार और एनकाउंटर पर एक लाख रुपए का इनाम देने का ऐलान किया गया था।
पुलिस परिवार के संयोजक बोले- हवलदार की पत्नी-बेटी के हत्यारों को बख्शेंगे नहीं
संयुक्त पुलिस परिवार के संयोजक उज्जवल दीवान ने वीडियो जारी कर कहा- जब पुलिस और पुलिस का परिवार ही सुरक्षित नही है तो जनता कैसे सुरक्षित रहेगी। सूरजपुर में हवलदार की पत्नी और बेटी के हत्यारों को किसी स्थिति में बख्शा नही जाएगा।
जानिए क्या है पूरा मामला
रविवार की रात सूरजपुर के आदतन बदमाश कुलदीप साहू ने चौपाटी में एक आरक्षक घनश्याम सोनवानी पर खौलता तेल डाल दिया था। उसकी तलाश में लगे पुलिसकर्मियों पर उसने गाड़ी चढ़ाने की कोशिश भी की। इनमें हेड कॉन्स्टेबल तालिब शेख भी शामिल था। रात में कुलदीप साहू ने तालिब शेख के घर घुसकर उसकी पत्नी मेहू फैज और बेटी आलिया की हत्या कर दी।
घर से 5KM दूर खेत में मिले थे शव
पुलिस को मां-बेटी का शव पांच किलोमीटर दूर खेत में पड़े होने की सूचना सोमवार को ग्रामीणों ने दी। उनके घर में शवों को घसीटे जाने के निशान मिले हैं। आसपास के सीसीटीवी कैमरों को भी आरोपियों ने फोड़ दिया था। घटना की परिस्थितियों को देखते हुए हत्याकांड में एक से अधिक आरोपियों के शामिल होने की आशंका है।
बवाल के बाद छावनी बना सूरजपुर
घटना से आक्रोशित लोगों ने कुलदीप साहू के घर और मानपुर में स्थित गोदाम में आग लगा दी। आगजनी से कुलदीप साहू के गोदाम और घर में लाखों का सामान जल गया है। आगजनी रोकने पहुंचे सूरजपुर एसडीएम जगन्नाथ वर्मा को भी लोगों ने पीट दिया। नगर बंद कराने के साथ ही थाने के सामने लोगों ने घंटों प्रदर्शन किया।
आरोपी की कार जब्त, खून ही खून फैला था कुलदीप साहू की तलाश में पुलिस की कई टीमें लगी हुई थी। सूरजपुर एसपी एमआर आहिरे ने बताया कि कुलदीप साहू का पुलिस ने पीछा किया तो उसने पुलिसकर्मियों पर गोली चलाते हुए भागा था। पुलिस ने उसकी कार जब्त की है, जिसमें खून फैला हुआ मिला है।
पुलिस ने कुलदीप साहू के साथ रहने वाले कई युवकों को अलग-अलग स्थानों से उठाया है और उन्हें अलग-अलग थानों में रखकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने कुलदीप साहू और परिजनों के मोबाइल नंबरों को सर्विलांस में डाल दिया है। लगातार छापेमारी की जा रही है।
पुलिस संरक्षण से ही बेखौफ अपराधी बना कुलदीप घटना का मुख्य आरोपी कुलदीप साहू कुख्यात बदमाश है। कुलदीप के पिता अशोक साहू और चाचा संजय साहू ने वर्षों से कबाड़ के कारोबार में करोड़ों रुपए की संपत्ति बनाई। चोरी का पूरा सामान उनके कबाड़ दुकान में खपता है। हर माह वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से लेकर थानेदार तक को लाखों दिए जाते थे।
कबाड़ कारोबार में पुलिस अधिकारियों को पैसे देने और उनके साथ लगातार उठने-बैठने से कुलदीप साहू का हौसला इतना बढ़ा हुआ था कि वह जिला बदर की कार्रवाई के दौरान थाने से कुछ दूर स्थित घर में ही रहता रहा।
सरगुजा आईजी अंकित गर्ग ने कहा कि पुलिस लगातार आरोपियों पर कार्रवाई कर रही थी। कुलदीप इस कारण जिला बदर भी हुआ था। कार्रवाई के कारण ही उसने पुलिसकर्मियों को अपना दुश्मन मान लिया था।