158 हाथियों का 34 गांवों में उत्पात : रायगढ़ में 3 दिनों में 131 जगह फसलों को रौंदा; धरमजयगढ़ वन मंडल में सबसे ज्यादा नुकसान…!!

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रायगढ़ जिले में हाथियों का दल लगातार फसलों को नुकसान पहुंचा रहा है। हाथियों ने 3 दिन में करीब 34 गांव के 131 किसानों की फसलों को रौंद दिया है। नुकसान का आकलन विभाग की ओर से किया जा रहा है। जिले के 2 वन मंडल धरमजयगढ़ और रायगढ़ में 158 हाथियों का दल घूम रहा है। हाथी रात और कभी-कभी दिन में जंगल से निकलकर खेतों तक पहुंच जा रहे हैं। वहीं इलाके के ग्रामीण दहशत में हैं।

इन गांव में हाथियों ने फसलों को रौंदा

12 अक्टूबर से 14 अक्टूबर तक हाथियों ने 34 गांव में फसलों को रौंदा है। इसमें धरमजयगढ़ वन मंडल के सेमीपाली, मेडरमार, सिरकी, रैरूमा, सोनपुर, तेजपुर, बेहरामुड़ा, लामीखार, कुरोपहरी, ढोढ़गांव, खड़गांव, लाहड़ापानी, कटईपाली सी, ससकोबा, जबगा, चरखापारा, करवारजोर, कोयलार, खम्हार गांव शामिल हैं।

इसके अलावा रायगढ़ वन मंडल के चारमार, भेंगारी, छर्राटांगर, अमलीडीह, सामारूमा, सराईपाली, बरौद, बटुराकछार, चीमटापानी, दनौट, फूलीकुंडा, कया, कमतरा, खुरूजखोल, कांटाझरिया में भी हाथियों ने फसलों को रौंदा है।

नुकसान का मुआवजा दिया जा रहा लैलूंगा सब डिवीजन के एसडीओ एमएल सिदार ने बताया कि विभाग नुकसान का आकलन कर प्रभावित किसानों को मुआवजा दे रहा है। जनहानि न हो इस पर भी पूरा ध्यान दिया जाता है। हाथी प्रभावित क्षेत्रों में मुनादी कराई जा रही है।

हाथियों को डिस्टर्ब न करें रायगढ़ सब डिवीजन के एसडीओ मनमोहन मिश्रा ने लोगों से अपील की है कि रात में जब हाथी खेतों में आते हैं, तो उन्हें डिस्टर्ब न करें। ताकि कोई जनहानि न हो सके। नुकसान का मुआवजा विभाग की ओर से दिया जाता है। हाथी की सूचना मिलते ही मित्रदल भी पहुंचकर उन पर नजर रखते हैं।

तरह-तरह की आवाजें निकालकर भगाने की कोशिश

रात में हाथियों के आने के बाद ग्रामीण और हाथी मित्र दल तरह-तरह की आवाजें निकालकर उन्हें वहां से भगाने की कोशिश करते हैं। ताकि हाथियों का दल गांव के अंदर एंट्री न कर सके। इसके अलावा हाथी मित्र दल के सदस्य कोशिश करते हैं कि कोई भी उनके करीब न जाए। गांव-गांव में मुनादी भी कराई जा रही है लेकिन फसल नुकसान से किसान परेशान हैं।

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