मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भिलाई-रायपुर क्षेत्र के चर्चित शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. एम.के. खंडूजा, जो अपोलो बीएसआर हॉस्पिटल के पूर्व संचालक और बीएसआर स्कैन सेंटर के डायरेक्टर रह चुके हैं, करोड़ों की धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार हुए हैं। डॉ. खंडूजा का करियर भिलाई स्टील प्लांट (बीएसपी) के सेक्टर-9 अस्पताल से शुरू हुआ था, जहां उन्होंने अपनी चिकित्सा विशेषज्ञता और मजबूत नेटवर्क के जरिए प्रतिष्ठा हासिल की। बीएसपी में काम के दौरान उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच अच्छी पकड़ बनाई।
बीएसपी से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने पावर हाउस, भिलाई में अपना क्लीनिक खोला और इस दौरान कई रिटायर्ड अधिकारियों व कर्मचारियों को अपोलो बीएसआर हॉस्पिटल में निवेश करने के लिए प्रेरित किया। निवेशकों को 3 से 5 प्रतिशत ब्याज देने का वादा कर उन्होंने बड़ी रकम जुटाई। इसके बाद उन्होंने भिलाई, रायपुर और नागपुर में बीएसआर स्कैन एंड रिसर्च सेंटर की शाखाएं खोलीं और स्मृति नगर में अपोलो बीएसआर हॉस्पिटल की स्थापना की।
धोखाधड़ी और गिरफ्तारी डॉ. खंडूजा पर गंभीर आरोप लगे, जिनमें बीएसपी के रिटायर्ड अधिकारियों और अन्य बड़े समूहों से करोड़ों रुपए लेकर धोखाधड़ी शामिल है। उन्होंने निवेशकों से अपोलो बीएसआर हॉस्पिटल में शेयर देने का वादा किया था, लेकिन किसी को भी शेयर नहीं दिए। साथ ही, उन्होंने बैंकों से करोड़ों का कर्ज लिया, जिसे चुकाया नहीं। अंततः उन्होंने हॉस्पिटल को एक हाईटेक प्रबंधन को बेचकर फरार हो गए।
स्मृति नगर पुलिस चौकी में उनके खिलाफ कई धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं। काफी समय से फरार चल रहे डॉ. खंडूजा को पुलिस ने कोलकाता से गिरफ्तार किया। एसपी जितेन्द्र शुक्ला के नेतृत्व में बनी विशेष टीम, जिसमें उप निरीक्षक वरुण देवता और प्रधान आरक्षक जसपाल सिंह शामिल थे, ने उन्हें गिरफ्तार कर भिलाई लाया।
पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है और इस मामले में कई अन्य खुलासों की उम्मीद की जा रही है।