इसरो ने गुरुवार को लेह में अपना पहला एनालॉग अंतरिक्ष मिशन लॉन्च किया है।
शुक्रवार को इसरो ने मिशन से जुड़ी तस्वीरें साझा कर इस बात की जानकारी दी है। यह मिशन देश के स्पेस एक्सप्लोरेशन की कोशिशों में एक मील का पत्थर साबित हो सकता है।
इस मिशन का उद्देश्य धरती के बाहर जीवन के विकल्पों को तलाशना है जिससे भविष्य में अंतरिक्ष यात्रियों के सामने आने वाली चुनौतियों से पार पाया जा सके।
यह पहल भारत की मानव अंतरिक्ष उड़ान और अंतरग्रहीय अन्वेषण में अपनी क्षमताओं को बढ़ाने के लक्ष्य का हिस्सा है। इसमें गगनयान कार्यक्रम भी शामिल है जिसके जरिए भारत जल्द ही मानव को अंतरिक्ष में भेजने की तैयारी कर रहा है।
एनालॉग स्पेस मिशन के दौरान इसमें हिस्सा लेने वाले वैज्ञानिक दूसरे ग्रह पर जीवन को समझने के लिए वहां के वातावरण को धरती पर जीने की कोशिश करेंगे।
इस दौरान अलग अलग स्थितियों में अंतरिक्ष यात्रियों का मनोवैज्ञानिक आकलन भी किया जाएगा। इस मिशन से मिले डेटा के आधार पर चंद्रमा और मंगल के वातावरण को समझने की कोशिश भी की जाएगी।
अंतरिक्ष आर्किटेक्चर में बेहतरीन भूमिका के लिए जाने जाना वाला AAKA स्पेस स्टूडियो ऐसी परिस्थितियों को डिजाइन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा जो धरती से बाहर के वातावरण में मानव स्वास्थ्य के अनुकूल हों।
भारत वैश्विक अंतरिक्ष अन्वेषण में खुद को स्थापित करने के लिए प्रयासरत है। ऐसे में यह एनालॉग मिशन चंद्रमा और मंगल पर भविष्य के मानव अभियानों की तैयारी की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।