आतंकियों को मारो मत… फारुख अब्दुल्ला के बयान पर हंगामा, भाजपा ने उठाए सवाल

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नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला के ताजा बयान से शनिवार को नया विवाद खड़ा हो गया है।

फारुख अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर में हाल ही में हुए आतंकी हमलों पर टिप्पणी करते हुए आतंकवादियों को मारने के बजाय पकड़ने की वकालत की है जिसके बाद भाजपा ने उन पर सवाल उठाए हैं।

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा है कि पकड़े गए आतंकवादियों से पूछताछ करने से इन हमलों को अंजाम देने वाले बड़े गिरोह के बारे में पता लगाया जा सकता है।

उन्होंने यह भी कहा है कि हर बार इन हमलों का दोष पाकिस्तान को नहीं दिया जा सकता है।

शनिवार को मीडिया से बातचीत करते हुए फारूक अब्दुल्ला ने कहा, “इसकी तहकीकात होनी चाहिए। यह सब हो कैसे रहा है? इसके बजाय कि उनको मारे, उनको पकड़ना चाहिए और पड़कर यह मालूम करना चाहिए कि इनके पीछे कौन है। इनके पीछे कोई ऐसी एजेंसी तो नहीं है जो सरकार को डिस्टेब्लाइज करने की कोशिश कर रही है।”

रविंदर रैना ने क्या कहा?

इस बयान के बाद भाजपा के रविंदर रैना ने फारुख अब्दुल्ला पर निशाना साधा है। रविंदर रैना ने कहा, “फारूक अब्दुल्ला जानते हैं कि यह आतंकवाद पाकिस्तान से आ रहा है।

यह एक सर्वविदित तथ्य है। इसमें जांच करने की क्या बात है? वह जानते हैं कि जम्मू-कश्मीर में जो आतंकवादी हमले हो रहे हैं उनमें पाकिस्तान और आतंकवादी संगठन शामिल हैं। हम सभी को अपनी सेना, पुलिस और सुरक्षा बलों का समर्थन करना चाहिए। हमें उन लोगों के खिलाफ एकजुट होकर लड़ना होगा जो मानवता के दुश्मन हैं।”

गंभीरता से ले गृह मंत्रालय- शरद पवार

फारुख अब्दुल्ला के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि केंद्र सरकार को फारूक अब्दुल्ला के बयान को गंभीरता से लेना चाहिए।

उन्होंने कहा, “फारूक अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर की सबसे बड़ी शख्सियत हैं। उन्होंने अपना जीवन जम्मू-कश्मीर के लोगों की सेवा में बिताया।

मुझे उनकी ईमानदारी और निष्ठा पर कोई संदेह नहीं है। अगर ऐसा कोई नेता कोई बयान दे रहा है तो केंद्र सरकार, खासकर गृह मंत्रालय को इसे गंभीरता से लेना चाहिए।”

बडगाम में यूपी के 2 मजदूरों पर हमला

टारगेट किलिंग की घटनाओं की कड़ी में शुक्रवार को आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर के बडगाम में उत्तर प्रदेश के दो मजदूरों पर गोलीबारी कर दी। दोनों को अस्पताल ले जाया गया है जहां उनकी हालत स्थिर है।

पिछले महीने केंद्र शासित प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद से कश्मीर घाटी में यह पांचवां आतंकी हमला है। 20 अक्टूबर को गांदेरबल के गगनगीर इलाके में एक सुरंग निर्माण स्थल पर आतंकवादियों ने एक स्थानीय डॉक्टर और छह गैर-स्थानीय मजदूरों की गोली मारकर हत्या कर दी थी।

इससे पहले 18 अक्टूबर को शोपियां जिले में आतंकवादियों ने बिहार के एक मजदूर की गोली मारकर हत्या कर दी थी।

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