कोंडागांव किडनैपिंग-रेप केस…FB से हुई थी फिरोज से दोस्ती : युवती बोली- मुंबई में पीटा, प्राइवेट पार्ट जलाया…!!

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मेरी गर्दन पर धारदार कांच का टुकड़ा रखा। डराया-धमकाया, फिर जबरन फिरोज मुझे मुंबई ले गया। धारावी की बस्ती में एक कमरे में बंधक बनाकर रखा। कई दिनों तक दोनों हाथ बंधे हुए थे। कमरे में रोशनी तक नहीं आती थी। चारों ओर से घर बंद था। वहां फिरोज मेरे साथ डेढ़ साल तक रेप करता रहा”।

ये कहना है छत्तीसगढ़ के कोंडागांव की रहने वाली करीब 22 साल की एक आदिवासी युवती का। रिपोर्ट के मुताबिक फिरोज़ नाम का शख्स उसे किडनैप कर मुंबई ले गया और रेप करता रहा। मुंबई के एक शख्स की मदद से किसी तरह वहां से भागने में कामयाब रही। अभी वो कोंडागांव के जिला अस्पताल में अपना इलाज करा रही है। पुलिस ने फिरोज को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया है। फेसबुक पर दोनों की दोस्ती शुरू हुई थी।

उस युवती ने आगे बताया- ”विरोध करने पर फिरोज ने 3-4 महीने पहले प्राइवेट-पार्ट को केमिकल डालकर जला दिया। खाना भी नहीं देता था। कई दिनों तक भूखे-प्यासे रखा। मोबाइल भी छीन लिया। उसने मारपीट भी की”। उसने और भी बहुत सी बातें कही हैं। पढ़िए किडनैपिंग और हैवानियत की पूरी दास्तां…

कांच की बोतल फोड़ा और गर्दन पर टिका दिया

मामला डेढ़ साल पुराना है। 2022-23 में युवती के पास अननोन नंबर से कॉल आया। युवती आरोपी फिरोज के नंबर को बार-बार ब्लॉक करती रही, लेकिन वह नए-नए नंबरों से कॉल करता रहा। इसी बीच एक दिन लड़की की तबीयत खराब हो गई। वह इलाज कराने अपने गांव से कोंडागांव आ गई।

इसकी भनक आरोपी फिरोज को लगी। वह युवती का पीछा करते हुए पहुंचा। कांच की बोतल फोड़ा और गर्दन पर टिका दिया। उसे अपने साथ चलने को कहा। इसी दौरान मोबाइल भी छीन लिया।

परिजनों को बताया कि जिससे प्यार करती थी, उसके साथ भाग गई

“फिरोज ने युवती के मोबाइल से उसके परिजनों को मैसेज कर दिया कि वह सही सलामत है। उसे एक लड़के से प्यार हो गया है। वह घर बसाने चली गई है। घर वाले उसकी चिंता ना करें। इसके बाद फोन दोबारा वापस नहीं किया। वह मुंबई में ही काम करता था, वहां लेकर आ गया

युवती ने बताया कि फिरोज मुंबई की किसी फैक्ट्री में काम करता था। वहां धारावी की बस्ती में एक छोटा सा मकान था। ये एक ही कमरे का मकान था, जिसमें खिड़की तक नहीं थी। रोशनी तक नहीं आने देता था फिरोज। सुबह जब जाता था, तो हाथ-पांव में कपड़ा बांधकर जाता था।

डेढ़ साल तक यही सिलसिला चलता रहा। युवती ने कहा कि वो किसी को नहीं जानती थी। किसी पर भरोसा नहीं कर सकती थी, लिहाजा, जिंदा रहने के लिए चुपचाप जुल्म सहती रही। उसे बाल खींचकर पीटता भी था। बदन में आज भी दर्द है।

आखिरकार भागने में सफल हुई

युवती ने बताया कि एक दिन फिरोज़ जब काम पर चला गया तो मोबाइल ले जाना भूल गया। युवती ने मौका पाकर किसी तरह से मोबाइल से एक नंबर निकाला। वह नंबर कपड़ा फैक्ट्री के मालिक का था। इसी फैक्ट्री में आरोपी फिरोज काम करता था। युवती ने मालिक को कॉल कर पूरी आपबीती बताई।

फैक्ट्री मालिक ने की युवती की मदद

युवती ने बताया कि फैक्ट्री मालिक ने उसकी मदद की। कमरे पर आकर उसने युवती के हाथ खोले और यहां से जल्दी निकल जाने की बात कही। डरी सहमी युवती मुंबई के सीएसटी रेलवे स्टेशन तक पहुंची। वहां से ट्रेन पकड़ी।

इस दौरान युवती ट्रेन में डरी सहमी सी बैठी रही। इसी बीच कुछ पुलिसकर्मी युवती के पास पहुंचे और टिकट दिखाने को कहा। युवती ने पुलिस को अपनी सारी कहानी बताई, जिसके बाद पुलिसवालों ने उसे ट्रेन में सफर करने दिया।

घर पहुंचकर आपबीती बताई

पीड़िता ने बताया कि मुंबई के जिस व्यापारी ने उसे ट्रेन से जाने को कहा था, उसने रायपुर स्टेशन पर भी अपने परिचितों को पूरी कहानी बताकर युवती को पिकअप करने की बात कही थी। रायपुर पहुंचने के बाद आखिरकार किसी तरह वह बस में बैठकर कोंडागांव पहुंची।

अपने घर पहुंचकर आपबीती बताई। पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई। कोंडागांव के जिला अस्पताल लाया गया। यहां इलाज चल रहा है।

मामले में प्रशासन ने क्या बताया ?

प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक कोंडागांव पुलिस ने आरोपी फिरोज को उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर से गिरफ्तार कर लिया है। उसे कोंडागांव लाया जा रहा है। वहीं यह भी बताया कि फिरोज़ और पीड़िता की मुलाकात 2023 में फेसबुक पर हुई थी। आरोपी उत्तर प्रदेश का रहने वाला है।

हालांकि पीड़िता के किडनैपिंग पर प्रशासन का कहना है कि आरोपी UP से मिलने कोंडागांव आया था। 7 जून 2023 को आरोपी और पीड़िता कोंडागांव से भागकर मुंबई चले गए। वे वहां एक साल से ज़्यादा समय तक रहे, फिर नवंबर 2024 में पीड़िता वापस कोंडागांव आई।

7 नवंबर को पीड़िता के माता-पिता ने पुलिस स्टेशन माकड़ी में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी बेटी को जबरदस्ती ले जाया गया था।

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