छत्तीसगढ़ में इस सीजन में ठंड का असर अब तक बहुत कम महसूस किया गया है। नवंबर का पहला पखवाड़ा लगभग बिना ठंड के बीतने की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक, न्यूनतम तापमान लगातार सामान्य या उससे अधिक बना हुआ है, जिससे ठंड का अहसास कम हो रहा है। रायपुर, पेंड्रारोड, अंबिकापुर, और बिलासपुर जैसे क्षेत्रों में नवंबर की शुरुआत से न्यूनतम तापमान सामान्य से ऊपर दर्ज किया जा रहा है।
विशेषज्ञों के अनुसार, यह ट्रेंड नया नहीं है। पिछले तीन दशकों में देखा गया है कि नवंबर के पहले पंद्रह दिनों तक न्यूनतम तापमान अपेक्षाकृत ऊंचा रहता है। रायपुर में 2009 में 14 नवंबर को न्यूनतम तापमान का रिकॉर्ड 24.3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था, जो अब तक का सबसे अधिक है। इस वर्ष भी न्यूनतम तापमान 22-23 डिग्री के आसपास बना हुआ है, जिसके चलते ठंडक की कमी बनी हुई है।
मौसम विज्ञानी डॉ. गायत्री वाणी कांचिभ बताती हैं कि नवंबर के अंत तक ठंडी और शुष्क हवा का आना शुरू हो सकता है, जिससे ठंड का असर धीरे-धीरे बढ़ेगा। उत्तर भारत में बर्फबारी के साथ ठंडी हवाएं छत्तीसगढ़ और मध्य भारत की ओर आने लगती हैं, जिससे दिसंबर में ठंड का प्रभाव महसूस होने लगता है।