यूपी उपचुनाव 2024 की रणनीति के तहत, लखनऊ में बीजेपी और आरएसएस की महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें सपा के पीडीए फॉर्मूले का मुकाबला करने और छात्रों के आंदोलन पर चर्चा की गई। बैठक में बीजेपी संगठन में बदलाव, मंत्रिमंडल में फेरबदल और आयोगों में संघ पृष्ठभूमि वाले लोगों को प्राथमिकता देने पर जोर दिया गया।
आरएसएस के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी सहित अन्य नेताओं ने विचार-विमर्श किया। बैठक में हिंदुत्व के एजेंडे को मजबूत करने और पीएम मोदी के विकासकारी एजेंडे को आगे बढ़ाने पर भी चर्चा हुई। संघ ने “एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे” और “बंटेंगे तो कटेंगे” जैसे नारों के जरिए समाजवादी पार्टी के पीडीए फॉर्मूले की काट पर विचार किया।
संघ ने छात्र आंदोलन की स्थिति पर भी चिंता जताते हुए लोकतांत्रिक तरीके से उनका समाधान निकालने की सलाह दी। बैठक में आगामी चुनाव 2027 को ध्यान में रखते हुए नई रणनीतियों का भी निर्माण किया गया।