रामपुर जैसी रणनीति कुंदरकी में:
कुंदरकी का चुनाव इस बार खासा दिलचस्प हो गया है। मुस्लिम बहुल इस सीट पर भाजपा और सपा के बीच सीधी टक्कर है। भाजपा प्रत्याशी रामवीर सिंह ने चुनाव प्रचार में जालीदार टोपी पहनकर चर्चा बटोरी। इस सीट पर 30 साल से अधिक समय तक तुर्क नेताओं का दबदबा रहा है, लेकिन इस बार समीकरण बदलते नजर आ रहे हैं।
भाजपा ने रामवीर सिंह को मैदान में उतारते हुए मुस्लिम और हिंदू वोटों को साधने का प्रयास किया है। दूसरी ओर, सपा ने अपने कोर वोटबैंक पर भरोसा जताते हुए हाजी रिजवान को प्रत्याशी बनाया है। सपा लगातार अपने कार्यकर्ताओं को प्रशासन की सख्ती और भाजपा के माइक्रो मैनेजमेंट पर अलर्ट कर रही है।
ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकतर वोटर सत्ता के साथ चलने की बात कर रहे हैं, जबकि कुछ इलाकों में सपा का मजबूत समर्थन दिखता है। स्थानीय वोटर मानते हैं कि सत्ता के साथ रहकर उनके क्षेत्र में विकास होगा।
राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि कुंदरकी में भाजपा सत्ता की ताकत और ध्रुवीकरण के सहारे बढ़त बना रही है। हालांकि, सपा की रणनीति भी पूरी तरह से जमीन पर सक्रिय है। अब देखना होगा कि अंतिम नतीजे तक यह लड़ाई किस ओर झुकती है।