आम आदमी पार्टी (AAP) और दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा देने के 24 घंटे बाद, कैलाश गहलोत सोमवार को भाजपा में शामिल हो सकते हैं। दिल्ली भाजपा की प्रेस कॉन्फ्रेंस दोपहर करीब 12:30 बजे होगी, जिसमें गहलोत भाजपा जॉइन कर सकते हैं।
AAP नेता संजय सिंह ने कहा कि दिल्ली चुनाव से पहले मोदी वॉशिंग मशीन सक्रिय हो गई है, और भाजपा अब कई नेताओं को इस “मशीन” के जरिए शामिल करेगी। मुख्यमंत्री आतिशी ने इसे भाजपा का गंदा षड्यंत्र बताया, आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा दिल्ली विधानसभा चुनाव में ED और CBI के माध्यम से जीतने की कोशिश कर रही है।
AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल भी आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे, जिसमें वे गहलोत के पार्टी छोड़ने के बाद लगाए गए आरोपों का जवाब दे सकते हैं।
गहलोत ने रविवार को इस्तीफे के साथ केजरीवाल को एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने पार्टी के प्रदर्शन और दिल्ली सरकार के वादों पर सवाल उठाए थे। पत्र में गहलोत ने कहा कि पार्टी ने केंद्र सरकार से लड़ाई में बहुत वक्त बर्बाद किया और कई महत्वपूर्ण वादों को पूरा नहीं किया। उन्होंने यमुना नदी की सफाई, बुनियादी सेवाएं देने और दिल्ली के लोगों के अधिकारों की रक्षा में असफलता की बात की।
गहलोत के इस्तीफे की चिट्ठी में चार मुख्य बिंदुओं का उल्लेख किया गया:
- AAP को गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें पार्टी के मूल्यों की हानि हुई है और राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं जनता की सेवा से ऊपर हो गई हैं।
- पार्टी यमुना नदी की सफाई का वादा पूरा नहीं कर पाई, जिससे नदी की स्थिति और खराब हो गई।
- दिल्ली सरकार का अधिकांश समय केंद्र से लड़ाई में बीत रहा है, जिससे दिल्ली के लिए कुछ सकारात्मक नहीं हो रहा है।
- गहलोत ने AAP से अलग होने का निर्णय लिया है क्योंकि उनके लिए पार्टी में रहना संभव नहीं था।
गहलोत के इस्तीफे के बाद भाजपा के नेता कपिल मिश्रा ने इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ उठाया गया कदम बताया, और कहा कि यह कदम दिल्ली में AAP के खिलाफ बढ़ते असंतोष का प्रतीक है।
दिल्ली भाजपा के नेता अनिल झा ने भी कैलाश गहलोत के इस्तीफे के तुरंत बाद भाजपा जॉइन कर लिया, जिससे यह साफ हो गया कि AAP के कई अन्य कार्यकर्ता भी पार्टी छोड़ने की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं।