रायगढ़ में अवैध रेत उत्खनन को रोकने की मांग को लेकर NSUI ने मंगलवार को कलेक्टर को आवेदन सौंपा। संगठन का आरोप है कि जिले में सभी रेत घाट बंद होने के बावजूद मांड नदी सहित विभिन्न स्थानों से अवैध खनन जारी है। NSUI के अनुसार, सुबह से लेकर शाम तक रेत का अवैध उत्खनन किया जाता है, जिसे ट्रैक्टरों में लोड कर विभिन्न स्थानों पर भेजा जा रहा है।
लेबड़ा, रानीगुड़ा, और बाईंग जैसे घाटों से रोजाना सैकड़ों रेत से भरी गाड़ियां निकलती हैं। इसके अलावा, खनिज विभाग और एनजीटी के नियमों को नजरअंदाज करते हुए पोकलेन मशीनों के जरिए अवैध रेत खनन किया जा रहा है। संगठन ने प्रशासन से इन अवैध गतिविधियों को रोकने और घाटों को शीघ्र बंद करने की मांग की है। यदि शीघ्र कोई कार्रवाई नहीं की जाती, तो NSUI ने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
जिले में कुल 35 से अधिक रेत घाट हैं, जिनमें से अधिकांश बंद हैं, जबकि केवल उसरौट का घाट वैध है। इसके बावजूद रेत का अवैध परिवहन जारी है, जिससे शासन को रायल्टी का बड़ा नुकसान हो रहा है। NSUI के जिलाध्यक्ष आरिफ हुसैन ने बताया कि इस मुद्दे पर क्षेत्रीय ग्रामीणों ने पहले भी शिकायतें की थीं, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। उन्होंने आरोप लगाया कि विभाग के अधिकारियों के संरक्षण में यह तस्करी जारी है।