महाराष्ट्र में 6600 करोड़ रुपये के बिटकॉइन घोटाले के मामले में रायपुर में ED की कार्रवाई के साथ ही सियासी घमासान तेज हो गया है। इस घोटाले में छत्तीसगढ़ के कनेक्शन सामने आने के बाद भाजपा ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और बिटकॉइन डीलर गौरव मेहता के संबंधों पर सवाल उठाए।
भाजपा के प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए। इसके जवाब में मुख्यमंत्री बघेल ने स्पष्ट किया कि वह गौरव मेहता को नहीं जानते और इस तरह के आरोपों पर मानहानि का दावा करेंगे। उन्होंने कहा कि बिटकॉइन का मामला केंद्र सरकार के अधिकार क्षेत्र का है, जिसमें राज्य सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं है।
भाजपा ने पुणे के पूर्व IPS अधिकारी रवींद्र नाथ पाटिल के बयान का हवाला देते हुए दावा किया कि बिटकॉइन घोटाले के पैसे का उपयोग महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में हुआ। पाटिल ने कहा कि डीलर ने बारामती सांसद और कांग्रेस के नेताओं के शामिल होने की बात कही है। भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने इस संबंध में कुछ ऑडियो क्लिप्स भी जारी किए, जिनमें पैसों के लेन-देन और चुनावी फंड की बात हो रही थी।
दूसरी ओर, सुप्रिया सुले और कांग्रेस नेताओं ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए चुनाव आयोग और साइबर क्राइम विभाग में शिकायत दर्ज कराई। सुप्रिया ने इसे झूठी खबरें और गंदी राजनीति करार दिया। उन्होंने सार्वजनिक मंच पर भाजपा नेताओं के साथ बहस करने की भी चुनौती दी।
फिल्मी मोड़ ले चुके इस विवाद में छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र की राजनीति गर्माई हुई है, जबकि ED की जांच और आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है।