दुर्ग सेंट्रल जेल में लूट के आरोपी पिंटू नेताम की तबीयत बिगड़ने के बाद रायपुर के मेकाहारा अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। इस घटना के बाद उनके परिजनों और बस्ती के करीब 100 लोगों ने सुपेला थाने में हंगामा किया। भीड़ ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया, जिसके चलते हालात बेकाबू हो गए और पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।
पिंटू नेताम, जिसे 18 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था, पहले से मिर्गी की बीमारी से पीड़ित था। जेल में उसकी तबीयत बिगड़ने के बाद उसे दुर्ग जिला अस्पताल और फिर रायपुर के मेकाहारा में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने ब्रेन स्ट्रोक और ऑक्सीजन सप्लाई की कमी के चलते मौत की पुष्टि की।
पुलिस ने मारपीट के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि बंदी की मौत प्राकृतिक कारणों से हुई है और मामले की मजिस्ट्रियल जांच शुरू की गई है। घटना के बाद प्रदर्शनकारियों ने थाने का घेराव किया, पुलिसकर्मियों से धक्का-मुक्की की, और उनकी लाठी तक छीनने की कोशिश की। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा।