उमदा डायवर्सन के केनाल की जमीन पर अवैध कब्जा और सड़क निर्माण का मामला तूल पकड़ चुका है। निगम आयुक्त ने एसडीएम को निर्देश दिया है कि जमीन का सीमांकन कर दस्तावेज उपलब्ध कराएं। इसके लिए एसडीएम महेश राजपूत ने तहसीलदार की अगुवाई में एक टीम गठित की है, जिसे तीन दिन के भीतर सीमांकन रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। रिपोर्ट के आधार पर जमीन को कब्जामुक्त करने की कार्रवाई की जाएगी।
भिलाई-3 स्थित श्मशान घाट के पीछे सिंचाई विभाग का उमदा डायवर्सन है, जिसमें पानी की आपूर्ति के लिए करीब आधा किमी लंबा केनाल है। इस केनाल के आसपास निजी जमीनों पर अवैध प्लॉटिंग कर भूमाफियाओं ने केनाल की जमीन पर कब्जा करते हुए सड़क बना दी। शिकायत मिलने पर सिंचाई विभाग ने एसडीएम को सूचना दी।
पिछली रिपोर्ट में केवल अवैध प्लॉटिंग का जिक्र हुआ, लेकिन केनाल की जमीन पर कब्जे का उल्लेख नहीं किया गया। निगम के सब-इंजीनियर मुकेश रात्रे ने इस चूक की जानकारी दी। भास्कर की खबरों के बाद निगम प्रशासन ने दो निर्माण कार्यों पर रोक लगाई, लेकिन अब तक अवैध कब्जे को हटाने की कार्रवाई नहीं हुई।
राजस्व विभाग पर शुरू से ही लापरवाही के आरोप लग रहे हैं। सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता आरके सोनी के अनुसार, शिकायत के बावजूद राजस्व विभाग ने पहले से उपलब्ध दस्तावेजों को प्रस्तुत नहीं किया और उनसे ही दस्तावेज मांगे।
आयुक्त डीएस राजपूत ने एसडीएम से केनाल की जमीन का सीमांकन कर रिपोर्ट दोबारा मांगी है। एसडीएम ने तहसीलदार की अगुवाई में टीम गठित की है, जो तीन दिन में रिपोर्ट सौंपेगी, ताकि कब्जा हटाने की प्रक्रिया शुरू की जा सके।