कोरबा में महतारी एक्सप्रेस (102) एंबुलेंस में एक नवजात की मौत हो गई। दरअसल, महिला का प्रसव गाड़ी में ही कराया गया था, लेकिन नवजात को सांस लेने में कठिनाई होने लगी। हालांकि, एंबुलेंस में न तो इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन (EMT) मौजूद था और न ही ऑक्सीजन की सुविधा थी, जिससे नवजात को समय पर मदद नहीं मिल पाई।
पिछले दो दिनों में यह दूसरा मामला है, जब एंबुलेंस में ऑक्सीजन की कमी के कारण मौतें हुई हैं। इससे पहले एक महिला और उसके जुड़वा नवजात बच्चों की भी एंबुलेंस में ऑक्सीजन न मिलने के कारण मौत हो चुकी थी।
मामला कदम झरिया गांव का है, जहां गुरुवती नामक महिला को प्रसव पीड़ा हुई थी। स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों की अनुपस्थिति के कारण उसे जिला मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। रास्ते में महिला की डिलीवरी गाड़ी में ही करनी पड़ी, लेकिन नवजात की सांसें थम गईं। महतारी एक्सप्रेस के ड्राइवर ने इस डिलीवरी को कराया था।
जिला प्रभारी रवि सिंह ने इस पर कहा कि शासन द्वारा एंबुलेंस में ऑक्सीजन और EMT की सुविधा नहीं दी गई है, जबकि स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टरों के अलावा नर्स ही प्रसव कराती हैं और गंभीर मामलों में रेफर किया जाता है।