बिलासपुर खोडरी-भनवांरटक के बीच मंगलवार को मालगाड़ी के पटरी से उतरने के कारण रायपुर और दुर्ग से कटनी रूट की सात ट्रेनों को अचानक डायवर्ट करना पड़ा। इन ट्रेनों का रूट बदलने की सूचना यात्रियों को दोपहर करीब 12:40 बजे दी गई, जिससे कई यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
जो ट्रेनें दोपहर डेढ़ से दो बजे के बीच रायपुर से रवाना होने वाली थीं, उनके यात्रियों को आधे घंटे पहले ही सूचना मिली कि इन गाड़ियों का रूट बदल दिया गया है और ये रायपुर नहीं आएंगी। वहीं शाम को आने वाली ट्रेनों के यात्रियों को भी दो से ढाई घंटे पहले ही सूचना दी गई। जिन यात्रियों के पास दुर्ग जाने का समय और साधन था, उन्होंने अपनी यात्रा जारी रखी, लेकिन कई यात्रियों को अपनी यात्रा रद्द करनी पड़ी।
रेलवे ने बल्क में एसएमएस भेजकर यात्रियों को ट्रेनों के डायवर्ट रूट के बारे में जानकारी दी, जिससे स्टेशन पर अफरातफरी मच गई। उदाहरण के तौर पर, दोपहर 12:55 बजे दुर्ग-उधमपुर रायपुर से रवाना होने वाली ट्रेन के ज्यादातर यात्री स्टेशन पर पहले ही पहुंच चुके थे, लेकिन उन्हें लगभग साढ़े बारह बजे ये जानकारी मिली कि ट्रेन रायपुर नहीं आएगी। इसके बाद कुछ यात्रियों के पास दुर्ग जाने का समय नहीं बचा, जिससे उन्हें अपनी यात्रा रद्द करनी पड़ी।
इसके बावजूद, रेलवे ने यात्रियों को दिक्कत से बचाने के लिए हावड़ा-पुणे आज़ाद हिंद एक्सप्रेस, टाटा इतवारी पैसेंजर और इंटरसिटी जैसी ट्रेनों के माध्यम से यात्रियों को दुर्ग स्टेशन तक पहुंचाया।
रेलवे कर्मचारियों की टीम ने रायपुर स्टेशन पर यात्रियों की मदद के लिए विशेष इंतजाम किए थे। बुजुर्गों, महिलाओं और बीमार यात्रियों को ट्रेनों में बिठाने के लिए सहायक कर्मचारियों को तैनात किया गया। इसके अतिरिक्त, वाणिज्य अधिकारियों और टीटीई को भी यात्रियों की सहायता करने के निर्देश दिए गए।
इसके अलावा, रेलवे ने रिफंड के लिए अतिरिक्त काउंटर खोले और यात्रियों को हेल्पलाइन नंबर 9109112666 और 1072 के माध्यम से जानकारी प्रदान की। इसके साथ ही, रायपुर मंडल के सीनियर डीसीएम अवधेश कुमार त्रिवेदी ने स्टेशन पर जाकर यात्रियों को दी जा रही सुविधाओं का निरीक्षण किया।