छत्तीसगढ़ के मौसम में उतार चढ़ाव का दौर चल रहा है। कड़ाके की ठंड के बीच 30 नवंबर (शनिवार) से 2 दिसंबर तक बारिश की चेतावनी जारी की गई है। बस्तर और सरगुजा संभाग के जिलों में इसका ज्यादा असर रहेगा। बंगाल की खाड़ी में बन रहे सिस्टम के असर से छत्तीसगढ़ में मौसम बदला रहेगा। कल (शनिवार) को जशपुर, बलरामपुर, रायगढ़, सारंगढ़, बिलाईगढ़, जांजगीर, गरियाबंद, महासमुंद, बस्तर, कोंडागांव, दंतेवाड़ा, सुकमा, बीजापुर और नारायणपुर जिले के एक दो स्थानों में बूंदाबांदी हो सकती है। वहीं 1 से 2 दिसंबर को बस्तर संभाग और सरगुजा संभाग के जिलों में बारिश के आसार हैं।
प्रदेश में पिछले 18 दिनों से अच्छी ठंड पड़ रही
प्रदेश में पिछले 18 दिनों से अच्छी ठंड पड़ रही है। 10 नवंबर तक उत्तरी छत्तीसगढ़ समेत पूरे प्रदेश में रात का तापमान सामान्य से एक से दो डिग्री तक अधिक था। 11 नवंबर से अंबिकापुर और पेंड्रारोड में पहली बार तापमान सामान्य से आधा डिग्री नीचे आया। एक-दो दिनों के भीतर ही शुष्क हवा के असर से पूरे सरगुजा संभाग में कड़ाके की ठंड पड़ने लगी।
रायपुर के आउटर क्षेत्र यानी माना एयरपोर्ट समेत बिलासपुर, अंबिकापुर, पेंड्रारोड, जगदलपुर और मैदानी इलाके में शामिल दुर्ग में रात का तापमान सामान्य से तीन से चार डिग्री तक गिर गया।
अब ठंड होगी कम
मौसस विज्ञानियों ने बताया कि अगले कुछ दिनों तक न्यूनतम तापमान चढ़ेगा, क्योंकि बंगाल की खाड़ी में एक सिस्टम बनने लगा है। इसके चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है और यह उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़कर 30 नवम्बर को उत्तरी तमिलनाडु और पुडुचेरी तट से गुजरने की संभावना है। जिसका असर छत्तीसगढ़ के मौसम पर भी देखने को मिलेगा। और अगले दो-तीन दिन में रात का तापमान दो से चार डिग्री बढ़ने की संभावना है।
ऐसा रहा मौसम
गुरुवार को प्रदेश में अम्बिकापुर सबसे ठंडा रहा। यहां न्यूनतम तापमान 8.5 डिग्री रिकार्ड किया गया जो सामान्य से 2.4 डिग्री कम रहा। वहीं रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर में भी न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे रहा।