छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़ में तहसीलदार को बीच सड़क पर एक व्यापारी द्वारा पीटे जाने की घटना सामने आई है। यह घटना अतिक्रमण हटाने के दौरान हुई, जब तहसीलदार यादवेंद्र कैवर्त ने नेशनल हाइवे 43 पर स्थित एक व्यापारी नितिन अग्रवाल के सीमेंट शेड्स को जेसीबी से तोड़ दिया। इससे गुस्साए व्यापारी ने तहसीलदार को गाली-गलौज करते हुए पिटाई की और धमकी दी कि वह अपना ट्रांसफर करा लें। पुलिस की मौजूदगी में यह घटना हुई।
व्यापारियों का आरोप है कि तहसीलदार ने उन्हें शेड्स हटाने का मौका नहीं दिया, जिससे उन्हें नुकसान हुआ। नितिन अग्रवाल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया, जिसके बाद छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स ने 30 नवंबर को नगर बंद का आह्वान किया। चैंबर ने कलेक्टर और मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल से भी शिकायत की है। तहसीलदार के खिलाफ व्यापारियों का गुस्सा और बढ़ गया, जबकि पुलिस ने गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
एक सप्ताह पहले भी तहसीलदार के खिलाफ एक और विवाद हुआ था, जब उन्होंने बिना नोटिस के अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की थी और एक व्यापारी का मोबाइल छीन लिया था।