दुर्ग जिले के जेवरा सिरसा चौकी क्षेत्र में एक युवक और उसके परिवार के खिलाफ हुए खुलेआम गुंडागर्दी का मामला सामने आया है। कुछ आरोपियों ने पहले युवक के घर में उसकी कार में तोड़फोड़ की, फिर पुलिस से शिकायत करने पहुंचे युवक के घर की कार में आग लगा दी। इसके साथ ही महिला और बच्चों से भी मारपीट की गई।
इस घटना में जेवरा सिरसा चौकी पुलिस की लचर कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। पीड़ितों का आरोप है कि अगर पुलिस ने घटना के दौरान ही कार्रवाई की होती, तो आरोपी घर के सामने दबंगई नहीं करते और कार में आग नहीं लगाते। बड़ी घटना के बाद भी पुलिस ने काउंटर मामला दर्ज किया है।
घटना के अनुसार, मनोज यादव नामक युवक 30 नवंबर को सुभद्रा गोस्वामी की कार शराब के नशे में चलाकर दुर्घटनाग्रस्त कर दिया। जब मनोज ने कार घर लौटाई, तो गोस्वामी ने उसे बनवाने को कहा, लेकिन वह इंकार कर गया। इसके बाद दोनों परिवारों के बीच विवाद बढ़ा। 3 दिसंबर को मनोज यादव और उसके साथियों ने गोस्वामी परिवार की कार और बाइक में तोड़फोड़ की, और जब गोस्वामी परिवार पुलिस के पास शिकायत लेकर पहुंचा, तो पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
रात 8 बजे फिर से मनोज यादव अपने दोस्तों के साथ गोस्वामी परिवार के घर आया और कार में डीजल डालकर उसे आग लगा दी। इस दौरान जब महिला सोनिया गोस्वामी और बच्चे बाहर खड़े थे, तो आरोपियों ने उनके साथ मारपीट भी की। महिला ने इस घटना के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि यदि पुलिस समय पर कार्रवाई करती तो यह घटना नहीं होती।
घटना के बाद पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ काउंटर मामले दर्ज किए हैं।