महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं का स्वागत अब हरियाली से होगा, क्योंकि कुंभ नगर को डेढ़ लाख पौधों से सजाया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रमुख चौराहों और राजमार्गों को हरित रूप में सजाने का कार्य चल रहा है, जिससे यह महाकुंभ और भी यादगार बनेगा।
महाकुंभनगर, 05 दिसम्बर : इस बार महाकुंभ में देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं का स्वागत हाईडेंसिटी ऑक्सीजन फॉरेस्ट से किया जाएगा, जिसमें डेढ़ लाख पौधे लगाए जा रहे हैं। इस अभियान का उद्देश्य श्रद्धालुओं को ताजगी और प्राणवायु देने के साथ-साथ महाकुंभ को प्राकृतिक सुंदरता से भी सजाना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर महाकुंभनगर के प्रमुख चौराहों और मार्गों को हरियाली से सुसज्जित किया जा रहा है।
10 दिसंबर तक होगा पौधारोपण का पूरा काम
डीएफओ प्रयागराज, अरविंद कुमार यादव के अनुसार, 149,620 पौधे लगाए जाने का लक्ष्य है, जिसमें से 137,964 पौधे पहले ही लगाए जा चुके हैं। 10 दिसंबर तक पूरा कार्य संपन्न हो जाएगा। महाकुंभ के मुख्य प्रवेश द्वारों पर 50 हजार पौधे श्रद्धालुओं का स्वागत करेंगे, जिससे उन्हें प्राकृतिक सौंदर्य और ताजगी का एहसास होगा।
प्रवेश और निकास मार्गों पर सजावट
महाकुंभनगर और उससे जुड़े प्रमुख मार्गों को सजा रहा है वन विभाग। इनमें 50 हजार सीमेंट गार्ड और 10 हजार आयरन ट्री गार्ड का उपयोग किया जा रहा है। इसके अलावा, 20 हेक्टेयर क्षेत्र में सरस्वती हाईटेक सिटी में ऑक्सीजन फॉरेस्ट भी विकसित किया जा रहा है, जिसमें 87,120 पौधे लगाए जा रहे हैं।
गंगा तटीय क्षेत्र में पौधारोपण
गंगा नदी के किनारे, विशेषकर झूंसी, अरैल और फाफामऊ क्षेत्रों में 10,000 पौधे लगाए जा रहे हैं। इसके अलावा, करछना रेंज और अन्य प्रमुख क्षेत्रों में भी हजारों पौधे लगाए जा रहे हैं। गंगा के तटीय क्षेत्रों को हरा-भरा बनाने के लिए गोल्ड मोहर, कचनार और अमलतास जैसे पौधों की खेप भेजी जा रही है।
इस बार के महाकुंभ में, पौधारोपण और पर्यावरण सुधार के कार्यों से श्रद्धालुओं को न केवल धार्मिक आस्था की अनुभूति होगी, बल्कि एक हरित और स्वच्छ वातावरण में त्योहार मनाने का अनुभव भी मिलेगा।