छत्तीसगढ़ में मौसम एक बार फिर करवट लेने वाला है। 8 दिसंबर को राज्य के 16 जिलों में बारिश होने की संभावना है। वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के प्रभाव के चलते कोरिया-मनेंद्रगढ़-चिरमिरी, भरतपुर, सूरजपुर, बलरामपुर, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, बिलासपुर, मुंगेली, रायपुर, गरियाबंद, धमतरी, बालोद, कबीरधाम, राजनांदगांव, मोहला-मानपुर, कांकेर और नारायणपुर में हल्की बारिश या बूंदाबांदी होने की संभावना जताई गई है।
बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी के कारण बस्तर संभाग के जिलों में शनिवार से बारिश हो सकती है। वहीं, सरगुजा संभाग के जिलों में मौसम शुष्क रहेगा, जिससे न्यूनतम तापमान में गिरावट का सिलसिला जारी रहने की संभावना है।
न्यूनतम तापमान की स्थिति
गुरुवार को राज्य में सबसे ठंडा स्थान अंबिकापुर रहा, जहां रात का तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। बस्तर जिले के तोकापाल और दंतेवाड़ा के कटेकल्याण में 7.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार, अगले पांच दिनों तक मध्य और दक्षिण छत्तीसगढ़ में न्यूनतम तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होगा।
बिलासपुर में ठंड का असर कम
बिलासपुर में गुरुवार को दिनभर मौसम शुष्क रहा, जिसके कारण दोपहर में अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। रात में हल्की ठंड महसूस हुई, लेकिन दिन और रात का तापमान सामान्य से अधिक रहा।
रायपुर का मौसम
राजधानी रायपुर में शुक्रवार को ठंड से राहत मिलने की संभावना है। न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा, जो सामान्य से चार डिग्री अधिक है। ऐसे में ठंड का असर कम महसूस होगा। गुरुवार को रायपुर का अधिकतम तापमान 33.2 डिग्री और न्यूनतम 19.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।
पश्चिमी विक्षोभ का असर
पश्चिमी विक्षोभ, जिसे वेस्टर्न डिस्टर्बेंस कहा जाता है, भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तरी हिस्सों में सर्दियों के मौसम में आने वाला एक प्रमुख मौसमी प्रभाव है। यह भूमध्य सागर, आंध्र महासागर और कैस्पियन सागर से नमी लेकर उत्तर भारत, पाकिस्तान और नेपाल में मौसम में बदलाव लाता है। इसी कारण छत्तीसगढ़ में भी बारिश और तापमान में उतार-चढ़ाव हो रहा है।