बांग्लादेश सरकार ने पहली बार स्वीकार किया है कि वहां हिंदू समुदाय के खिलाफ हिंसा हुई है। विदेश सचिव विक्रम मिस्री के दौरे के बाद बांग्लादेश के प्रेस सचिव शफीकुल आलम ने यह बयान दिया, जिसमें बताया गया कि अब तक 88 हिंसा के मामले सामने आए हैं और 70 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
बांग्लादेश में यह हिंसा तब बढ़ी जब 5 अगस्त को शेख हसीना सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुए थे। इसके बाद भारत ने बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों का मुद्दा उठाया था। बांग्लादेश सरकार ने यह स्वीकारोक्ति तब की, जब विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने ढाका के शीर्ष नेताओं से इस मुद्दे पर चर्चा की।
इस हिंसा के खिलाफ दिल्ली में कई संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें साध्वी ऋतंभरा ज्योति और इस्कॉन के अनुयायियों ने भाग लिया और बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों पर कार्रवाई की मांग की। बांग्लादेश में हिंदू समुदाय की संख्या लगभग 8% है, और इस समुदाय के खिलाफ हमले 50 से ज्यादा जिलों में हो चुके हैं।