मेडिकल के एंट्रेंस एग्जाम में कंपीटिशन साल दर साल बढ़ रहा है। पिछले 6 साल में छत्तीसगढ़ से नीट यूजी के लिए आवेदन करने वालों की संख्या 58 प्रतिशत से अधिक बढ़ी है। वर्ष 2019 में नीट यूजी के लिए 28 से अधिक छात्रों ने फॉर्म भरा था। 2024 यानी छह साल में यह संख्या बढ़कर 45 हजार से अधिक हो गई। नीट यूजी 2025 के लिए आवेदन की प्रक्रिया आने वाले कुछ दिनों में शुरू होगी। जानकारों का मानना है कि इस बार बड़ी संख्या में आवेदन आएंगे। इससे कंपीटिशन और बढ़ेगा।
एमबीबीएस, बीडीएस समेत चिकित्सा से जुड़े अन्य कोर्स में एडमिशन के लिए नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) यूजी हर साल आयोजित किया जाता है। इस परीक्षा के लिए न सिर्फ आवेदन करने वालों की संख्या बढ़ रही है बल्कि बड़ी संख्या छात्र परीक्षा में भी शामिल हैं। एक तथ्य यह भी है कि पिछले वर्षों में छत्तीसगढ़ से नीट क्वालिफाई करने वालों की संख्या भी बढ़ी है।
पिछली बार की नीट के लिए प्रदेश के 45213 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन किया था। परीक्षा में 43873 शामिल हुए। 22 हजार से अधिक क्वालिफाई हुए। छत्तीसगढ़ में 10 सरकारी और 5 निजी मेडिकल कॉलेज हैं। इनमें करीब दो हजार सीटें हैं। इसी तरह यहां 1 शासकीय व 5 निजी डेंटल कॉलेज हैं।
नीट क्वालिफाई करने वाले अधिकांश छात्रों की प्राथमिकता सरकारी कॉलेजों में प्रवेश लेना रहता है। वहीं दूसरी ओर अधिक संख्या में छात्रों के नीट देने और क्वालिफाई करने वालों की संख्या बढ़ने से इन कॉलेजों में प्रवेश को लेकर कंपीटिशन बढ़ रहा है।
देशभर में भी परीक्षार्थी बढ़े
नीट यूजी देने वाले छात्रों की संख्या पूरे देश में बढ़ रही है। वर्ष 2019 में करीब 15.19 लाख छात्रों ने आवेदन किया था। 2024 में यह संख्या बढ़कर 24 लाख से अधिक हो गई। इस तरह से छह साल में आवेदन करने वालों की संख्या 8.86 लाख तक बढ़ी। इसी तरह परीक्षा में भी बड़ी संख्या में छात्र शामिल हो रहे हैं। 2019 में 14.10 लाख छात्रों ने परीक्षा दी। 2024 में 23.33 लाख परीक्षार्थी थे। पिछले कुछ वर्षों में जिस तरह से आवेदन संख्या बढ़ी है, उससे अनुमान है कि इस बार 25 लाख से अधिक फॉर्म आ सकते हैं।
2025 में ऑप्शनल सवाल नहीं नीट यूजी 2025 में पेपर पैटर्न में बदलाव किया गया है। इसे लेकर पिछले दिनों नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी एनटीए की ओर से नोटिफिकेशन जारी किया गया। इसके अनुसार इस बार परीक्षा में कुल 180 सवाल पूछे जाएंगे। सभी अनिवार्य होंगे। ऑप्शनल सवाल नहीं होंगे। फिजिक्स और केमिस्ट्री से 45-45 प्रश्न पूछे जाएंगे। जबकि बायोलॉजी से 90 सवाल आएंगे। कोविड से पहले की व्यवस्था इस बार लागू की जा रही है। इसी तरह समय अवधि में भी बदलाव किया गया है। वर्ष 2021 से 2024 तक की परीक्षा की अवधि 3 घंटे 20 मिनट की थी। इस बार समय में 20 मिनट की कटौती की गई है। इस तरह से पेपर तीन घंटे का होगा।
बेहतर करिअर की गारंटी इसलिए बढ़ रहा रुझान चिकित्सा शिक्षा के लिए युवाओं का रुझान लगातार बढ़ रहा है। क्योंकि ये क्षेत्र हमेशा से बेहतर करिअर की गारंटी देता है। देश में ही नहीं दुनिया के कई देशों में योग्य चिकित्सकों की कमी बनी हुई है। मेट्रो सिटी से लेकर गांव तक रोजगार के रूप में भी देखें तो डॉक्टरों की डिमांड हमेशा रहती है। दूसरे क्षेत्रों की तुलना में इसमें रोजगार और स्वरोजगार दोनों ही स्तर पर अच्छा विकल्प मिलता है। इस फील्ड में युवाओं को सेवा और चुनौती दोनों के अवसर भी मिलता है।