नाइजीरियन ठग बोले-इंडियन्स आर सो स्टूपिड:म्यूल अकाउंट के जरिए 1500 लोगों से 85 करोड़ ठगे; रायपुर में पढ़ने आए थे, गिरोह बनाया

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तारीख 24 जून, 2024

राजधानी रायपुर के गुढियारी में रहने वाले उमाकांत (बदला हुआ नाम) अपने टेलीग्राम ऐप पर जयंत नाम के एक व्यक्ति को संदेश भेजते हैं… “मुझे सब पता चल गया है। मेरे साथ फ्रॉड हुआ है। तुम लोगों ने मेरे साथ गेम किया है। पुलिस ने मुझे सब बता दिया है”।

दूसरी ओर से रिप्लाई आता है-

“हा हा हा, इंडियन्स आर सो स्टुपिड।”

ये वो आखिरी कन्वर्सेशन से है, जो उमाकांत और जयंत के बीच हुई। इस रिप्लाई के चंद सेकेंड बाद ही जयंत के लास्ट सीन वाले इंफो में ‘एक्टिव लॉन्ग टाइम एगो’ शो होने लगा। हालांकि इस कन्वर्सेशन से पहले तक उमाकांत पुलिस के पास नहीं पहुंचे थे। जयंत को ये मैसेज उन्होंने फ्रस्ट्रेशन में लिखा था।

हालांकि जो रिप्लाई मिला, उसके बाद उमाकांत के लिए दो चीजें बिल्कुल साफ हो गईं। पहला, पिछले 2 महीने से जिस व्यक्ति के कहने पर उन्होंने 50 लाख से ज्यादा टास्क गेम में इंवेस्ट कर दिया, वो फ्रॉड है। दूसरा, फ्रॉड करने वाला भारतीय मूल का नहीं है। इसके बाद रमाकांत पुलिस के पास पहुंचे।

6 महीने बाद, 24 जनवरी 2025

रायपुर साइबर रेंज की टीम साइबर फ्रॉड के खिलाफ राज्य की सबसे बड़ी कार्रवाई करती है। इस कार्रवाई में 65 लोगों को गिरफ्तार किया जाता है, जिनमें 3 नाइजीरियन, 8 महिलाएं और 4 बैंक कर्मचारी भी शामिल हैं। पुलिस बताती है कि इन 65 लोगों ने अलग–अलग राज्यों के लगभग 1500 लोगों से 85 करोड़ रूपए की ठगी की है।

सिर्फ 3 नाइजीरियन स्टूडेंट्स के खिलाफ ही देश के अलग-अलग राज्यों में 60 से ज्यादा शिकायतें मिली हैं। पकड़े गए सभी आरोपी साइबर ठगी के 7 अलग–अलग केस में इन्वाल्व हैं। वहीं उमाकांत से 50 लाख रूपए से ज्यादा ठगी करने वाले ये तीन नाइजीरियन ही हैं। ये रायपुर की एक निजी यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस से जुड़ा कोर्स कर रहे थे।

म्यूल अकाउंट से हो रहा था फ्रॉड

इस पूरी कार्रवाई में एक और बड़ी बात सामने आई, वो ये कि प्रदेश में म्यूल अकाउंट का धंधा तेजी बढ़ रहा है। 65 आरोपियों में 50 इसी मामले के हैं। चार बैंक कर्मचारी हैं जिन्हें म्यूल अकाउंट खोलने के एवज में कमीशन मिलती थी।

वहीं बाकी 46 लोगों का फ्रॉड करने में सीधा कोई इन्वॉल्वमेंट नहीं है। इनमें से कुछ लोगों ने अपना अकाउंट ठगी करने वाले लोगों को रेंट पर दिया था। वहीं कुछ लोगों ने वन टाइम पेमेंट लेकर अकाउंट बेच दिया था।

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