रायपुर जेल में बंदी का पैर तोड़ा:परिजनों का आरोप- पैसे नहीं देने पर जेल प्रहरियों ने पीटा, जेल प्रबंधन जवाब देने से बच रहा

Spread the love

राजधानी के सेंट्रल जेल में एक बंदी से मारपीट का मामला सामने आया है। मिली जानकारी के अनुसार एनडीपीएस के आरोप में सजा काट रहे आरोपी के साथ जेल के प्रहरी ने मारपीट की है। जेल में एनडीपीएस मामले में बंदी पीयूष पांडे से मारपीट की गई है। बंदी के पिता पुरुषोत्तम पांडे ने बताया कि उनका बेटा पिछले 18 माह से रायपुर की जेल में बंद है। शुक्रवार को उसका जन्मदिन था। उसकी मां उससे मिलने गई थी। इस दौरान 10 मिनट ज्यादा मिल लिया तो जेल में तैनात प्रहरियों ने उनसे 10 हजार रुपये की मांग की। जब पैसा उन्हें नहीं मिला तो जेल प्रहरी बंदी को मारने लगे।

पिता का आरोप- पैर तोड़ा

बंदी पीयूष पांडे के पिता पुरुषोत्तम पांडे ने आरोप लगाया कि उनके बेटे को पैसा नहीं देने के लिए टार्चर किया गया है। मारपीट करके उसका पैर तोड़ दिया गया है। और उसके घुटना भी टूट गया है। जेल प्रशासन से जब जानकारी मांगी जा रही है तो वे कुछ नहीं कह रही है। इसलिए हमारी मांग है कि जेल प्रहरियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।

एसपी से करेंगे शिकायत

पुरुषोत्तम पांडे के पिता ने कहा कि वे अभी रायपुर से बाहर हैं, वे जैसे ही रायपुर आएंगे तो एसपी से इस मामले की शिकायत करेंगे। वहीं परिजनों का कहना है कि वे इस मामले में कोर्ट भी जाएंगे। परिजनों ने कहा कि जेल के अंदर उनके बेटे को जान का खतरा है। इस मामले में जब हमने जेल अधीक्षक अमित शांडिल्य से उनका पक्ष जानने के लिए संपर्क किया तो उन्होंने कॉल नहीं उठाया।

इससे पहले भी जेल कर्मियों पर लगे हैं आरोप

जेल में पदस्थ अफसरों और कर्मचारियों पर आरोप लगने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी हिस्ट्रीशीटर मुकेश बनिया जेल प्रहरियों पर मारपीट करने का आरोप लगा चुका है। हिस्ट्रीशीटर मुकेश बनिया का फरवरी 2024 में वीडियो वायरल हुआ था। इसमें हिस्ट्रीशीटर ने जेलकर्मी पर 50 हजार रुपये मांगने और पैसे नहीं देने पर मारपीट करने का आरोप लगाया था।

वायरल वीडियो के बाद रायपुर जेल डीजी और रायपुर एसएसपी ने जेल में दबिश दी थी। जांच के दौरान अफसरों की टीम ने महिला और पुरुष सेल में अलग-अलग जाकर तीन घंटे तक जांच की थी। इस दौरान तीन खाली पेन ड्राइव, गुटखा और तंबाकू जब्त किया गया था। जांच के बाद जेल के प्रहरियों और अफसरों का तबादला भी किया गया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *