भारत सरकार के रेल बजट में छत्तीसगढ़ को इस बार 6925 करोड़ रुपए मिले हैं। देश के रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसे ऐतिहासिक बताया है। छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने आभार जताते हुए कहा कि इससे छत्तीसगढ़ में रेलवे विकास होगा, कनेक्टिविटी भी बढ़ेगी। रेल बजट में अलॉट की गई है राशि छत्तीसगढ़ में ट्रेनों की संख्या बढ़ाने, रेल लाइन को दोहरा करने, अलग-अलग जगह पर पुल बनाने में खर्च होगी।
रेल मंत्रालय की ओर से जारी किए गए फैक्ट
- पिछले 11 सालों में 1,125 किमी नई पटरियों का निर्माण।
- छत्तीसगढ़ का 100% रेलवे नेटवर्क विद्युतीकृत, पिछले 11 सालों में 350 किमी विद्युतीकरण।
- वर्तमान में चल रहे प्रोजेक्ट में 26 परियोजनाओं में 2,768 किमी नई रेल पटरियां, कुल लागत 38,378 करोड़।
- हाल ही में मंजूर की गई सरडेगा–भालुमुड़ा नई डबल लाइन (37 किमी, 1,360 करोड़ की लागत)।
- 32 अमृत स्टेशन: 1,672 करोड़ की लागत से 32 रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है।
- कवच सुरक्षा प्रणाली भी लागू की जा रही है। प्रदेश के 1,105 रूट किलोमीटर में कवच कार्य स्वीकृत, 365 रूट किलोमीटर में काम चल रहा है।
- रायपुर स्टेशन में 463 करोड़ से बिल्डिंग का निर्माण हो रहा है।
- दुर्ग स्टेशन में 456 करोड़ से पुराने स्ट्रक्चर को हटाने और कंस्ट्रक्शन के काम हो रहे हैं।
- बिलासपुर स्टेशन में 435 करोड़ से मुख्य भवन की बैरिकेडिंग पूरी, यूटिलिटी शिफ्टिंग का काम हो रहा है।
यात्री सुविधाओं में सुधार (पिछले 11 सालों में)
- 148 रेल पुल और अंडरब्रिज बनाए गए।
- 119 स्टेशनों पर वाई-फाई सुविधा।
- 20 लिफ्ट और 8 एस्केलेटर स्थापित।
- 2 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें, 5 जिलों को जोड़ने वाली।