बिलासपुर शहर के भीतर आबकारी विभाग ने स्कूल, कॉलेज और अस्पताल के नजदीक शराब दुकान खोल रखी हैं। इससे पूरे दिन आसपास का माहौल खराब रहता है। यहां शराब खरीदने और पीने के लिए आने वालों के बीच आए दिन मारपीट और गाली-गलौज की घटना आम है। इससे त्रस्त आसपास के लोगों ने दुकान हटाने की गई बार मांग कर चुके हैं, लेकिन आबकारी ने एक दुकान भी बंद नहीं कराई।
आबकारी के तय नियमों के तहत स्कूल, कॉलेज और अस्पताल के नजदीक शराब दुकान नहीं होनी चाहिए, लेकिन यहां तो आबकारी विभाग के अफसरों ने नियमों की अनदेखी कर स्कूल, कॉलेज और अस्पताल के नजदीक शराब बेच रहे हैं। इनकी दूरी न्यूनतम 100 और अधिकतम 300 मीटर है। इन दुकानों को लेकर स्कूल प्रबंधन और आसपास के लोग लंबे समय से दुकान हटाने की मांग कर रहे हैं। इसके लिए दुकान खुलने के तुरंत बाद लोगों ने तात्कालीन आबकारी सहायक आयुक्त को भी चिट्ठी लिखीं, लेकिन इनका उन पर कोई असर नहीं हुआ।
1. सरकंडा: इंदिरा विहार के पीछे बसोड़ मोहल्ले में ड्रीम लैंड स्कूल 100 मीटर की दूरी पर शराब दुकान खोली गई है। यहां स्कूल लगने और छूटने के समय में बच्चों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
2. तिफरा: यदुनंदन नगर में कांग्रेस नेता राजेंद्र प्रसाद शुक्ला की जमीन पर खोली गई शराब दुकान भी स्कूल से काफी नजदीक है। यहां पूरे दिन शराबियों का जमावड़ा लगा रहता है। सुबह से शाम तक लोग गाली-गलौज करते रहते हैं।
3. कोनी: यहां गर्वमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज, अटल बिहारी बाजपेयी यूनिवर्सिटी, पॉलीटेक्निक कॉलेज, पं. सुंदरलाल शर्मा ओपन यूनिवर्सिटी और केंद्रीय विश्वविद्यालय के बीच बिरकोना रोड पर देशी-अंग्रेजी दो दुकान चल है।
4. पुराना बस स्टैंड: इस परिसर में जिला अस्पताल और मातृ-शिशु अस्पताल से महज 100 मीटर की दूरी पर अंग्रेजी और देशी दोनों तरह की शराब दुकान संचालित हो रही है। आस पास पूरे दिन लोग बैठकर शराब पीते हैं। इससे अस्पताल आने वाले लोग परेशान है।