जिला पंचायत रायपुर के अध्यक्ष का पद सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित है। पंचायत चुनाव के बाद जिले के लिए 16 नए जिला पंचायत सदस्यों को निर्वाचन प्रमाण पत्र सौंप दिया गया है। इसके साथ ही नया अध्यक्ष बनने के लिए राजनीति तेज हो गई है। इससे पहले जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर लगातार दस साल महिला पदस्थ रहीं है। आरक्षण की वजह से पहले लक्ष्मी वर्मा और फिर डोमेश्वरी वर्मा को पांच-पांच साल के लिए जिला पंचायत अध्यक्ष बनाया गया था।
इस बार के जिला पंचायत चुनाव में पूर्व अध्यक्ष डोमेश्वरी वर्मा को हार का सामना करना पड़ा है। इनके अलावा ज्यादातर जिला पंचायत सदस्य पहली बार चुनाव जीते हैं। कांग्रेस और भाजपा दोनों का दावा है कि 16 जिला पंचायत सदस्यों में उनके पास आठ से ज्यादा सदस्यों का समर्थन है। इसलिए जीत उनकी ही होगी।
कांग्रेस की ओर अध्यक्ष पद के लिए सबसे मजबूत दावा पूर्व विधायक धनेंद्र साहू के बेटे यशवंत धनेंद्र साहू का है। भाजपा की ओर से आरंग के विधायक खुशवंत गुरु के भाई गुरु सौरभ साहेब और जिला पंचायत की पूर्व अध्यक्ष लक्ष्मी वर्मा की बेटी स्वाति वर्मा का नाम सबसे आगे है।
कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष दीपक बैज पहले ही यह आरोप लगा चुके हैं कि भाजपा वाले अपना अध्यक्ष बनाने के लिए सदस्यों को चारपहिया वाहन का लालच दे रहे हैं। हालांकि भाजपा इस आरोप को सिरे से खारिज कर चुकी है। अध्यक्ष पद की दावेदारी कर रहे सभी सदस्य अभी लगातार राजधानी के बड़े नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं।
वे पार्टी की ओर से खुद को अध्यक्ष का उम्मीदवार घोषित करवाने में लगे हुए हैं। जिला पंचायत सीईओ का कहना है कि 5 मार्च को अध्यक्ष के लिए एक से अधिक फॉर्म आने पर गुप्त मतदान कराया जाएगा।
नए जिला पंचायत सदस्यों के नाम 1. संदीप यदु 2. हरिशंकर निषाद 3. सविता चंद्राकर 4. सरोज चंद्रवंशी 5. अग्रवाल नवीन कुमार 6. शैल महेंद्र कुमार साहू 7. स्वाति वर्मा 8. पूजा लोकमणि कोशले 9. अन्नु तारक 10. चंद्रकला रामचंद्र ध्रुव 11. यशवंत धनेंद्र साहू 12. भीनु सुजीत घिदौड़े 13. कविता हेमंत कश्यप 14. वतन अंगनाथ चन्द्राकर 15. तारिणी दीपक चंद्राकर 16. गुरु सौरभ साहेब
विधायकों-अध्यक्षों के पास जा रहे रायपुर जिला पंचायत का अध्यक्ष बनने के लिए दावेदार लगातार रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल, ग्रामीण विधायक मोतीलाल साहू, पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज और भाजपा-कांग्रेस के ग्रामीण जिलाध्यक्षों से मुलाकात कर रहे हैं।