नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने गुरुवार को बीजापुर में छापेमारी कर नक्सलियों से जुड़े एक युवक को गिरफ्तार किया है, जो प्रतिबंधित संगठन मूलवासी बचाओ मंच (एमबीएम) से जुड़ा हुआ है। युवक अपनी संस्था के माध्यम से पैसे इकट्ठा कर नक्सलियों को पहुंचाता था। एनआईए को पड़ताल के दौरान ट्रांजेक्शन का पुख्ता सबूत मिला है।
उसके बाद ही युवक को गिरफ्तार किया गया। चार दिन के भीतर एनआईए की बस्तर संभाग में दूसरी बड़ी छापेमारी है। सोमवार को भाजपा नेता बिरझू तारम हत्याकांड में नक्सलियों के ओवर ग्राउंड वर्कर्स के 6 ठिकानों पर छापेमारी की थी।
वहां से मोबाइल, लैपटॉप, प्रिंटर, हार्डडिस्क, मेमोरी कार्ड और पेन ड्राइव जब्त किया गया है। एनआईए के अनुसार, बीजापुर निवासी रघु मिडियामी प्रतिबंधित सीपीआई (माओवादी) संगठन से जुड़ा हुआ है। वह बस्तर में मूलवासी बचाओ मंच चलाता है। वह मंच के आड़ पर नक्सलियों को फंडिंग करता है। वह लगातार सिलगेर में खुले कैंप का विरोध कर रहा था।
इस तरह वह बस्तर संभाग में लगातार सरकार और फोर्स के खिलाफ काम कर रहा था। एनआईए का आरोप है कि रघु का मंच भारत विरोधी एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए नक्सलियों के लिए पैसा इकट्ठा करना, भंडारण और वितरण का काम करता है। वह बस्तर में विरोध, प्रदर्शन और धरना के लिए लोगों को इकट्ठा करता है।
नक्सली हिड़मा के गनमैन समेत 7 नक्सलियों ने किया सरेंडर
खूंखार नक्सली हिड़मा के गनमैन समेत 7 नक्सलियों ने शुक्रवार को पुलिस और सीआरपीएफ अधिकारियों के सामने सरेंडर कर दिया। सरेंडर कर चुके नक्सलियों पर सरकार की ओर से 32 लाख रुपए का इनाम घोषित था। सरेंडर करने वाले नक्सलियों में हेमला हिड़मा (8 लाख), रव्वा मुके (8 लाख), दक्षिण सब जोनल ब्यूरो मोपोस टीम इंचार्ज बारसे सोना (8 लाख), उईका लालू (2 लाख), माड़वी (2 लाख) मड़कम हुंगा (2 लाख) और मुचाकी बुधरा (2 लाख) शामिल हैं।